जिला में 7 अगस्त से 12 अगस्त तक चलाया जाएगा मिशन इंद्रधनुष कार्यक्रम : प्रशांत पंवार
– शत-प्रतिशत बच्चों का टीकाकरण करना है मिशन इंद्रधनुष कार्यक्रम का उद्देश्य
– उपायुक्त ने जिला के विभिन्न धार्मिक गुरुओं व उलेमाओं से की टीकाकरण की अपील
– विभिन्न गांव के सरपंचों के साथ की बैठक
यूनुस अलवी मेवात:
उपायुक्त प्रशांत पंवार ने कहा कि बच्चों को मीजल्स , रूबेला जैसी विभिन्न घातक बीमारियों से बचाने के लिए जिला में मिशन इंद्रधनुष कार्यक्रम का शुभारंभ 7 अगस्त से होगा जोकि 12 अगस्त तक चलाया जाएगा। इस अभियान के तहत पहले 2 साल तक के बच्चों का टीकाकरण किया जाता था लेकिन अब इस अभियान के तहत 5 साल तक के बच्चों के टीकाकरण की शुरूआत की गई है। मिशन इंद्रधनुष कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य जिला के शत-प्रतिशत बच्चों का टीकाकरण करना है।
उपायुक्त प्रशांत पंवार शुक्रवार को लघु सचिवालय स्थित कॉन्फ्रेंस रूम में मिशन इंद्रधनुष कार्यक्रम की सफलता के लिए विभिन्न गांवो से आए हुए सरपंच और कार्यक्रम से जुड़े अधिकारियों की बैठक को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने मिशन इंद्रधनुष कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए जिला के विभिन्न धार्मिक गुरुओं और उलेमाओं से अपील करते हुए कहा कि वे टीकाकरण से छूट गए बच्चों के टीकाकरण के लिए अभिभावकों को प्रेरित करें ताकि कोई भी बच्चा टीकाकरण से वंचित न रहे।
उन्होंने कहा कि मिशन इंद्रधनुष कार्यक्रम के दौरान जिला में 5 साल तक के सभी बच्चों का टीकाकरण किया जाएगा ताकि उन्हें मीजल्स , रूबेला जैसी बीमारियों से बचाया जा सके। इस दौरान गर्भवती महिलाओं का भी टीकाकरण किया जाएगा। उन्होंने बताया कि जिला में सफलतापूर्वक मिशन इंद्रधनुष चलाने के लिए क्षेत्रवार टीमों का भी गठन किया गया है। यह टीमें अपने अपने क्षेत्रों में जाकर लोगों को टीकाकरण के फायदों के बारे में जानकारी देगी और जिन बच्चों का अभी तक टीकाकरण नहीं हुआ है उनका टीकाकरण भी करेगी। उन्होंने बताया कि यह अभियान 3 महीने तक एक-एक सप्ताह के लिए चलाया जाएगा। उन्होंने बैठक में विभिन्न विभागों से आए अधिकारियों को बेहतर कार्य योजना बनाते हुए काम करने के निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि जिन क्षेत्रों में ड्रॉपआउट बच्चों की संख्या अधिक है वहां पर विशेष अभियान चलाते हुए बच्चों के अभिभावकों को टीकाकरण करवाने के लिए प्रेरित करें।
बैठक में उन्होंने स्वास्थ्य विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग ,जन स्वास्थ्य विभाग, शिक्षा, पंचायतीराज सहित अन्य संबंधित विभागीय अधिकारियों को आपसी समन्वय और गांव के सरपंचों के साथ मिलकर कार्य करने के निर्देश दिए।
इस अवसर पर एसडीएम नूंह अश्वनी कुमार,एसडीएम तावड़ू संजीव कुमार, सिविल सर्जन डॉ सर्वजीत सिंह, उप सिविल सर्जन डा. आशीष सिंगला, डब्ल्यूएचओ डॉ. संजीव तंवर, डीडीपीओ नवनीत कौर सहित अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित थे ।
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