क्या आपको गौ
रक्षक मोनू मानेसर याद है?
वही गौ रक्षक मोनू मानेसर जिसका नाम जुनैद और नासिर हत्याकांड से जुड़ा !
वही मोनू मानेसर जिसका नाम वारिस हत्याकांड से जुड़ा है!
वही मोनू मानेसर जिसके नाम का हरियाणा की विधानसभा में भी खूब, हंगामा हुआ था!
वही मोनू मानेसर जिसके मेवात आने पर प्याज सी फोड़ देने की विधायक मममन खान ने विधान सभा में कहा था।
वही मोनू मानेसर जो गौ तस्करों को सरेआम पीटता था !
वही मोनू मानेसर जिसके नाम का
गुरुग्राम और मेवात में
सिक्का चलता था!
वही मोनू मानेसर जो राजस्थान पुलिस की लिस्ट में फरार है
वही मोनू मानेसर जो अब तक छिपकर घूम रहा था, जो नेपाल तक पहुंच गया था।
वही मोनू मानेसर, जो जुनैद – नासिर हत्याकांड के बाद फरार था वो अब लौट आया है !
यूनुस अलवी मेवात
वही मोनू मानेसर अब अपने ठिकाने पर खुलकर मीडिया को इंटरव्यू दे रहा है। समेलन कर रहा है
वही मोनू मानेसर जिससे मेवात का एक जेजेपी प्रवक्ता खुद मिलकर आया,
जेजेपी प्रवक्ता योगेश शर्मा ने 17 जुलाई को सोसल मीडिया पर मोनू मानेसर के साथ अपनी फोटो साझा कर लिखा, श्री न्याराम दास गौशाला मानेसर (गुरुग्राम) में जाने का सौभाग्य मिला वहाँ गौभक्त व प्रतिदिन गौरक्क्षा करने वाले भाई मोनू की टीम व गौशाला समिति ने जो व् प्यार व सम्मान दिया उसके लिए आपका आभारी रहूँगा।
अब उसी मोनू मानेसर की एक वीडियो सामने आई हे जिसे हिंदुत्वा वाच ने 27 जुलाई को अपने ट्विटर पर शेयर करते हुए लिखा है भगोड़े गौरक्षक मिलिशिया नेता मोनू मानेसर, जो हरियाणा में दो मुस्लिम व्यक्तियों की नृशंस हत्या का आरोपी है, को हाल ही में एक शूटिंग रेंज में अलग-अलग बंदूकों का उपयोग करते हुए देखा गया था। हमने इस शूटिंग रेंज को पटाया, थाईलैंड में जियोलोकेट किया है।
वही मोनू मानेसर और उसके साथी जो डबल हत्याकांड में शामिल हैं, अब जुनेद नसीर की विधवा चीख चीख कर उनके हत्यायारो की गिरफ्तारी की मांग कर रही है। अपने 6 बच्चो को इंसाफ दिलाने की मांग कर रही है। हत्यारों ने जैसा जुनेद नसीर के साथ किया वैसा ही इंसाफ दिलाने की मांग कर रही है। पर लगता है राजस्थान पुलिस केवल तीन आरोपियों को ही गिरफतार कर अन्य आरोपियों पकड़ना भूल गई है। जबकि हत्यारोपी खुले आम घूम रहे हैं।
राजस्थान पुलिस जुनेद नासिर हत्याकांड में तीन आरोपियों के खिलाफ
पुलिस ने आईपीसी की धारा 120 बी,147 ,148,149,201,302 ,364,365,367,368,435 में तीनों आरोपियों के खिलाफ कामां कोर्ट में चालान पेश किया है।
कोर्ट में पेश चार्जशीट इस बात का खुलासा हुआ है कि नासिर और जुनैद की हत्या में अभी मोहित उर्फ़ मोनू मानेसर , श्रीकांत मरोड़ा ,अनिल मूलथान ,लोकेश सिंगला ,विकास आर्य ,विशाल जेवली उर्फ़ नटवर ,कालू उर्फ़ कृष्ण ,बादल, शशिकांत, देवी लाल ,भोलू ,नवनीत ,संजय परमार ,दीपक मतलोड़ा , आजाद आचार्य ,किशोर सैन , शिवम , तुषार उर्फ़ तन्नू ,राजवीर ,मनोज गुहाना ,योगेन्द्र आचार्य ,भोला सिलानी ,रमेश उर्फ़ मेस्सा सिसर , आशु जांगडा ,सुखविंद्र उर्फ़ सुक्खी ,प्रवेश बॉक्सर और रविंद्र उर्फ़ कालिया सहित 27 आरोपियों के खिलाफ अभी जांच चल रही है।
आपको बता दे की राजस्थान के भरतपुर जिले की पहाड़ी थाना क्षेत्र के घाटमीका गांव के नासिर और जुनैद का
गोपालगढ़ थाना क्षेत्र के घाटमिका के रहने वाले नासिर और जुनैद का बोलेरो गाड़ी सहित अपहरण किया गया था. इसके बाद 15 मार्च को उनके साथ मारपीट की गई. फिर भिवानी इलाके में बोलेरो गाड़ी में जलाकर दोनों की हत्या कर दी गई थी। इस संबंध में पुलिस ने हत्या, अपहरण सहित अन्य धाराओं में थाना गोपालगढ़ में मुकदमा दर्ज किया गया था।
जुनेद वे नासिर की हत्या करने के मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी रिंकू सैनी को तुरंत गिरफ्तार कर लिया था उसके बाद पुलिस ने रिंकू सैनी से पूछताछ और जांच में जुटाए साक्ष्य के आधार पर 8 आरोपियों के नाम फोटो सहित जारी किये थे। पुलिस ने सही 8 आरोपियों पर 10-10 हजार का ईनाम भी घोषित कर दिया था, बाद में पुलिस ने 10-10 हजार के इनामी दो आरोपी गोगी निवासी भिवानी और मोनू राणा निवासी पलुवास भिवानी को गिरफ्तार किया उसके बाद किसी भी आरोपी की गिरफ्तारी नही हो सकी है।
आरोपी जहां खुले आम घूम रहे है और मोनू मानेसर तो बकायदा मीडिया को इंटरव्यू दे रहा हे और राजस्थान पुलिस जुनेद और नासिर के केवल तीन हत्यारों को ही गिरफ्तार कर हाथ पर हाथ धरे बैठी है। लगता है राजस्थान पुलिस 3 आरोपियों को गिरफ्तार कर और 27 अन्य आरोपियों के खिलाफ चार्ज शीट को अदालत में पेश कर अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी को ही भूल गई है। पीड़ित परिवार आज भी जुनेद और नासिर के हत्यारों की गिरफ़्तारी की मांग कर रहे है।
आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर जाबिर कई दिनों पर धरना पर बैठे पर जब पुलिस ने आरोपियों की गिरफ्तारी नही की तो आत्म हत्या की नियत से गांव के ही टेलीफोन टावर पर चढ़ गया। पुलिस ने जाबिर को ही गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
अब ये देखना होगा की राजस्थान पुलिस नींद से कब जागती है और जुनेद नसीर के अन्य हत्यारों को कब तक गिरफ्तार कर पाती है। पुलिस की करवाई से तो ऐसा ही लगता है की कुछ समय बाद होने वाले विधानसभा चुनावों को देखकर शायद राजस्थान पुलिस पीछे हट गई है।
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