– उदयभान पहुंचे नूंह, मामन खान विधायक से सलंबा जेल में मुलाकात की मुलाकात, इनेलो, रमेश बिधूड़ी, भाजपा पर ये क्या बोल गए उदय भान
यूनुस अलवी
नूंह/मेवात
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष उदयभान, सीएलपी उपनेता विधायक आफताब अहमद, विधायक मोहम्मद इलियास, पूर्व विधायक शहीदा खान सलंबा जेल में बंद फिरोजपुर झिरका से कांग्रेस विधायक मामन खान इंजीनियर से मिलने के लिए पहुंचे। विधायक मामन खान से करीब आधे घंटे मुलाकात के बाद कांग्रेस के नेताओं ने पत्रकारवार्ता की।
प्रदेश अध्यक्ष उदयभान ने कहा कि मीडिया में बताने की आवश्यकता नहीं है, हमारी पार्टी के जो सीनियर अधिवक्ता हैं। उनसे बात की जा रही है, कार्रवाई करेंगे। मामन खान के खिलाफ लगाए गए सारे आरोप झूठे हैं, जल्दी उनको न्याय मिलेगा। मामन खान जल्दी ही बिल्कुल साफ होकर बाहर आएंगे। उन्होंने कहा कि यह राजनीतिक गिरफ्तारी है, उन्होंने कहा कि जब वह बाहर आएंगे तो देखना लोगों में किस तरह का जोश देखने को मिलेगा।
उदयभान ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि वह मुलाकात के दौरान भावुक नहीं हुए, वह पूरी तरह से मस्त हैं, निडर है और निर्दोष है। उसे किसी प्रकार की भावुकता का कोई मतलब नहीं है। मुलाकात के दौरान अपना कोई साथी आता है या सीनियर नेता आता है तो एकदम खुशी दिखती है।
उदयभान ने कहा कि जो मैंने बयान दिया था वह पुराना हो चुका है, लेकिन मैं उस पर पूरी तरह से कायम हूं। उन्होंने कहा कि हमारा सबका इलाका एक जैसा है। यह आम बात है, जो मैंने कहा था। ना मैने किसी पीएम व सीएम का नाम लिया था। मैंने कहा था कि रण्ड्वा – पंडवा राज कर रहे हैं। महिला आरक्षण का जो मामला चल रहा था और उससे संबंधित पानीपत में तीन महिलाओं के साथ बलात्कार हुआ, जो गैंगरेप हुआ। पलवल में एक महिला की मृत्यु भी हो गई। 1350 लड़कियां 18 – 27 साल उम्र की मार्च 2020 से अब तक गायब है। उन्होंने कहा कि 561 लड़कियां बरामद हुई हैं, अभी तक 800 लड़कियों का कोई अता – पता नहीं चल पाया है। मैंने उसके बारे में कहा था बेटी बचाओ – बेटी पढ़ाओ की जो बात कर रहे हैं। आज क्या स्थिति है, महिला कोच के साथ उनकी सरकार का एक मंत्री आज भी मंत्री पद पर काबिज है।
महिला पहलवानों के साथ किस तरह से हुआ, मणिपुर में किस तरह की घटना हुई। इन सबको लेकर यह बात मैंने कही थी। अपनी पत्नी को 50 – 52 साल से छोड़ रखा है। मैंने कहा था ऊपर रण्डवा, नीचे भंडवा काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सांसद रमेश बिधूड़ी ने लोकसभा के अंदर जितने घटिया शब्दावली का इस्तेमाल किया, भड़काऊ शब्दावली का इस्तेमाल किया। उसकी जितने निंदा की जाए, उतनी कम है। उसको तुरंत सस्पेंड ही नहीं करना चाहिए बल्कि उसकी लोकसभा सदस्यता छिनी जानी चाहिए। ऐसे लोग जो एक चुने हुए सांसद को आतंकवादी, उग्रवादी, कटवा, मुल्ले जैसे शब्दों का इस्तेमाल करता है, उसको जो पूरे देश में ट्रॉल किया जा रहा था। उसको काउंटर करने के लिए मीडिया में मेरा बयान चला दिया गया ताकि उनको राहत मिल जाए। मैंने सच्चाई कही थी, हमारे लोकल भाषा में यह बात बोल जाती है। उसी पर मैं आज भी कायम हूं।
इनेलो की कैथल में हुई रैली को लेकर कांग्रेस नेता ने कहा कि हर 25 सितंबर को रैली होती है। हर बार बड़े नेताओं को आमंत्रित करते रहे हैं। इससे पहले भी काफी बड़े नेता उनकी रैली में शिरकत की है। पूर्व सीएम फारूक अब्दुल्ला, पूर्व सीएम प्रकाश सिंह बादल व उनका परिवार, केसी त्यागी, चंद्रशेखर रावण, डेरेक ओ ब्रायन, चौधरी बीरेंद्र सिंह और कई नेता उनके कार्यक्रमों में आते रहते हैं। उन्होंने कहा कि इंडिया गठबंधन के जो शीर्ष नेता थे, उनमें से कोई नहीं आए। ना नीतीश कुमार, अखिलेश यादव, तेजस्वी यादव, ममता बनर्जी, शरद पवार जैसे नेता शामिल नहीं हुए। कांग्रेस की तरफ से उन्होंने कहा कि निमंत्रण कांग्रेस को दिया था। यह प्रयास कर रहे हैं कि इंडिया गठबंधन में शामिल होया जाए। इनका अतीत ऐसा है, हमने अपने शीर्ष नेतृत्व को हकीकत बता दिया है। जमीनी सच्चाई बता दी है। इनेलो का प्रदेश के अंदर कोई जनाधार नहीं है। अब वह सहारा लेते फिर रहे हैं। इनका अतीत हमेशा बीजेपी के साथी के रूप में बी टीम के रूप में काम करते रहे। हमेशा बीजेपी के साथ रहे हैं। इस कार्यकाल में भी राष्ट्रपति एवं उपराष्ट्रपति के चुनाव में भाजपा को वोट दिया। राज्यसभा में भी चाचा – भतीजे ने एक साथ वोट दिया था।
उदयभान ने कहा कि यह कभी हो नहीं सकता। यह गठबंधन नहीं हो सकते, लेकिन अगर हमारा नेतृत्व कुछ सोचता है और इंडिया गठबंधन में इनेलो को स्थान मिलता है तो उनके हुकुम को सर – माथे पर लिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि हरियाणा में कांग्रेस गठबंधन को लेकर पहले से ही काफी देरी हो चुकी है। मेरे अध्यक्ष बनने के बाद तीन प्रभारी बदल चुके हैं। जब संगठन बनने की बात नजदीक आती है तो प्रभारी बदल जाते हैं। मौजूदा कांग्रेस प्रभारी ने काफी गंभीरता दिखाई है। उन्होंने कहा कि हर लोकसभा क्षेत्र में व्यक्तिगत तौर से सभी सीनियर नेताओं – कार्यकर्ताओं से बातचीत की है। उसके बाद उन्होंने 11 टीम बनाई हैं, जो हरियाणा प्रदेश से बाहर के जो लोग थे कोऑर्डिनेटर लगाए गए थे। दो – दो ऑब्जर्वर उनके साथ लगाए गए थे। वह भी सभी जिलों में बात करके आए और रिपोर्ट प्रभारी जी को सौंपी है। उसके बाद हैदराबाद अधिवेशन आ गया। लोकसभा का स्पेशल सेशन आ गया, समय नहीं मिल पाया है। जिस पर चर्चा हो सकती थी। प्रभारी जी फिलहाल गुजरात दौरे पर हैं। जैसे ही वह वापस लौटेंगे तो अगले 10 दिनों में संगठन का ऐलान कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का ग्राफ बढ़ रहा है। भाजपा में भगदड़ मची हुई है। हरियाणा में 90 विधानसभा हैं। 32 पूर्व विधायक पूर्व मंत्री कांग्रेस में भाजपा – जजपा इत्यादि को छोड़कर शामिल हुए हैं।
उदयभान ने कहा कि यह साफ संकेत है कि पूरे हरियाणा में कांग्रेस की जबरदस्त हवा चल रही है। सीनियर नेता कांग्रेस में शामिल हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि इसी तरह मध्यप्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, तेलंगाना में भी विपक्ष के अंदर भगदड़ मची हुई है। नेता कांग्रेस में शामिल हो रहे हैं। कांग्रेस का जनाधार बढ़ रहा है। मिजोरम में भी कांग्रेस का जनाधार बढ़ रहा है। आने वाले समय में पांचों राज्यों में कांग्रेस सरकार बनाएगी।
उदयभान ने कहा कि जो स्पेशल सत्र बुलाया गया था। उसका एजेंडा पहले से दिया जाता है, लेकिन इसको पूरी तरह से गोपनीय रखा गया। उन्होंने कहा कि जब मुंबई में इंडिया गठबंधन की बैठक चल रही थी तो उससे लोगों का फोकस हटाने के लिए शगूफा छोड़ा गया कि बनने वन नेशन – वन इलेक्शन स्पेशल सत्र बुलाया जाएगा। इंडिया और भारत को ही आपस में इन लोगों ने लड़ा दिया।
उदयभान ने कहा कि सेशन शुरू होने से एक दिन पहले कैबिनेट की बैठक को पूरी तरह से गोपनीय रखा गया। पत्रकारों को इसकी भनक तक नहीं लगने दी गई। उन्होंने कहा क्या आरक्षण के नाम पर खोदा पहाड़ निकली चुहिया। 1989 में राजीव गांधी जब प्रधानमंत्री थे, तब पेश कर दिया गया था। उसी समय लोकसभा से भी पास कर लिया गया था। राज्यसभा में पास नहीं हो पाया था। उन्होंने कहा कि इसके बाद दोबारा डॉक्टर मनमोहन सिंह की सरकार में पास करने का प्रयास किया। राज्यसभा में 2010 में पास हो गया, लेकिन फिर लोकसभा में अटक गया। उन्होंने कहा कि नाम बदल दिया “महिला वंदन” लेकिन नया कुछ नहीं किया। जब आप 33 फीसदी महिलाओं को आरक्षण देना चाहते हो तो फिर इसमें देरी किस बात की है। उन्होंने कहा कि महिलाओं को लड्डू दिखा रहे हैं, लेकिन खाने को नहीं दे रहे हैं।
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि 10 साल बाद लड्डू खाने के लिए कह रहे हैं। इनका चेहरा बता रहा है कि उनकी नियत ही महिला आरक्षण को देने की नहीं है। हमारी पार्टी ने कहा कि इसको अभी लागू करो।
महिलाओं को मूर्ख बनाना, धोखा देने के लिए जुमले बाजी है। उन्होंने पहले भी 15 -15 लाख आने की, 2 करोड़ नौकरी, किसानों के आमदनी दोगुनी हो जाएगी, गरीब आदमी को मकान मिलेगा, महंगाई 100 दिन में काम कर देंगे, 100 दिन में काला धन आ जाएगा, 100 स्मार्ट सिटी बनाएंगे, बुलेट ट्रेन आएगी जिस तरह के यह जुमले थे। उसी तरह का यह जुमला है। महिला आरक्षण देने की उनकी कोई नियत नहीं है, न इनकी नीति में है। ये महिला आरक्षण के खिलाफ हैं। इन्होंने हमेशा मुखालफत की है। हम नहीं मानते कि यह महिला आरक्षण देना चाहते हैं।
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