• मेवात के गांव रवा के करीब 15 एकड़ पहाड़ को 300 फीट गहराई तक चट गए खनन माफिया
• रवा गांव के कितने एकड़ पहाड़ में अवेध खनन हुआ इसका खुलासा दोनो राज्यों की नापतोल अधिकारियों की जांच में हुआ
• दो बार नाप तोल होने के बाद भी हो रहा है पहाड़ में अवेध खनन
•खनन मंत्री ने रास्तों को काटने सहित दिए कड़े आदेश
फोटो मेवात के रवा गांव स्थित पहाड़ में हुआ अवैध खनन
फोटो मार्च 2023 में राजस्थान और हरियाणा के अधिकारी पहाड़ की सीमा की नापतोल करते हुए
फोटो जांच रिपोर्ट के स्क्रीन शॉर्ट
यूनुस अल्वी
नूंह/मेवात
राजस्थान के पहाड़ लीज होल्डर मेवात के रवा गांव स्थित अरावली पहाड़ में करीब 15 एकड़ की जमीन को निगल गए। मेवात जिला प्रशासन को पूरी तरह पता होने के बावजूद भी 15 एकड़ पहाड़ से करोड़ों रुपए का अवेध खनन कर करीब 300 फीट गहराई तक पहाड़ में गड्ढा खोद दिया। खनन मेरी मूल चंद शर्मा को इस बारे में तब पता लगा जब सोमवार को हिरवाड़ी गांव में आयोजित जन संवाद कार्यक्रम में गांव रवा के पूर्व पंच साजिद ने मंत्री से खुले मंच से इसकी शिकायत की। मंत्री मूल चंद शर्मा ने पहाड़ की तरफ जाने वाले सभी रास्तों को जेसीबी से काटने का हुक्म भी दे दिया है। कहा खनन किसी भी कीमत पर बर्दास्त नहीं होगा।
दर असल गुरुग्राम से लेकर राजस्थान तक फैली पर्वत श्रंखला को अरावली पहाड़ कहते हैं। सुप्रीम कोर्ट ने हरियाणा में पड़ने वाले अरावली पहाड़ में खनन पर करीब 20/25 साल से रोक लगा रखी है जबकि राजस्थान में पड़ने वाले इसी अरावली पहाड़ पर खनन पर कोई पाबंदी नहीं है। जिस वजह से राजस्थान सरकार इस पहाड़ को खनन के लिए लीज पर काफी समय से छोड़ती आ रही है।
मेवात के एक दर्जन गावों की सीमाएं राजस्थान से सटी हुई है। ऐसा ही एक गांव रवा, जो फिरोजपुर झिरका खंड में पड़ता है। इस रवा गांव के पहाड़ की सीमा राजस्थान के गांव नागल से मिलती है।यानी नागल और रवा का पहाड़ एक है बस अंतर सीमा का है। उधर राजस्थान में पहाड़ में खनन को मंजूरी है लेकिन हरियाणा के मेवात में कोई मंजूरी नही है। इसी का फायदा उठाते हुए राजस्थान के लीज होल्डर रवा गांव के कुछ दबंग लोगो से सांठगांठ करके रवा गांव के पहाड़ में करीब 500 मीटर तक अंदर घुस गए। कई बार प्रशाशन ने नापतोल कर पहाड़ की सीमा भी तय की लेकिन वन विभाग, खनन विभाग और अन्य विभागों के अधिकारियों की मिली भगत से राजस्थान के पहाड़ लीज होल्डर हरियाणा मेवात के रवा गांव के पहाड़ में करीब 15 एकड़ में खनन कर करोड़ों रुपए के पत्थर को चट कर गए।
ऐसा नहीं इसका प्रशाशन को पता नही हे बल्कि अच्छी तरह से जानकारी थी और है क्योंकि इलाके के लोग अवेध खनन करने की शिकायत सरकार और उच्च अधिकारियों से करते रहे हैं।
आखिर कार लोगो की शिकायत के बाद मेवात जिला प्रशासन ने राजस्थान के अधिकारियों के साथ मिलकर 11 जून 2015 को पहाड़ की नाप तोल की। उस समय नापतोल में करीब 70 से 110 मीटर तक राजस्थान के लीज होल्डरों द्वारा रवा के पहाड़ में अवैध खान पाया गया। इस मौके पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया कुछ गिरफ्तारियां हुई।और बस, फिर कुछ समय बाद वही अवेध खनन होना शुरू हो गया। गांव और आसपास के लोग बार बार अवेध खनन की प्रशाशन और सरकार से शिकायत करते रहे की उनके पहाड़ में राजस्थान के लीज होल्डर, मेवात के कुछ लोगो के साथ मिलकर अवैध खनन कर रहे है। इस अवेध खनन में राजस्थान के लोगो के साथ गांव रवा और अन्य गावो के लोग भी शामिल रहने के चलते प्रशाशन और सरकार ने कोई खास ध्यान नही दिया। जिसके चलते करोड़ो रुपए का पहाड़ से पत्थर का खनन होता रहा।
आखिर कार एक शिकायत के आधार पर मेवात जिला प्रशासन ने राजस्थान के अधिकारियों के साथ मिलकर पहाड़ की 23 मार्च 2023 में पेमाइश की। पेमाईश के दौरान पता चला की राजस्थान और मेवात के कुछ खनन माफिया अवेध रूप से रवा गांव स्थित अरावली पहाड़ में 71048 वर्ग यार्ड यानी 14.68 एकड़ यानी : 5.941 हेक्टेयर क्षेत्रफल का अतिक्रमण कर अवेध खनन किया गया है। यानी मेवात के रवा गांव के पहाड़ में 14.68 एकड़ अंदर तक अतिक्रमण कर घुस गया है।
27 जनवरी 2023 को प्रशाशन ने करीब 10/12 लोगो के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया करीब 8 महीना में पुलिस केवल कुछ लोगो को ही गिरफ्तार कर सकी थी।
पिछले आरोपियों की गिरफ्तारी ने होने और रवा गांव के पहाड़ में अवेध खनन होने बारे गांव रवा के पूर्व पंच साजिद ने सोमवार को गांव हिरवाड़ी में जन संवाद कार्यक्रम के दौरान खनन मंत्री मूल चंद शर्मा के सामने इसकी शिकायत रखी और 2015 और 2023 में विभाग द्वारा की गई नापतोल के रिपोर्ट, फोटो और एफआईआर की कॉपी मंत्री के सामने रखे। मंत्री से तभी गांव के पटवारी को बुलाकर इस बारे दरयाफ्त किया तो पटवारी ने भी माना की पहाड़ में अवेध खनन हुआ है।
हिरवाडी गांव में शिकायत करने के बाद जब मंत्री कार्यक्रम से चले गए तो हिरवाड़ी गांव में शिकायतकर्ता साजिद की जमकर पिटाई कर दी। बाद में मंत्री के आदेश पर एक दर्जन लोगो के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर दो को तुरंत गिरफ्तार कर लिया गया।
क्या कहते हे मंत्री
मंत्री मूल चंद शर्मा का कहना है की उनको जन संवाद कार्यक्रम में इसकी शिकायत मिली है। फिलहाल पहाड़ की तरफ जाने वाले सभी रास्तों को जेसीबी से काटने के आदेश दिए गए हैं। उन्होंने कहा की इसका भी पता लगाया जायेगा की राजस्थान के लीज होल्डर मेवात की सीमा में अवेध रूप से केसे घुसे, उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जायेगी और जो पहले मुकदमा दर्ज है उनको भी जल्द गिरफ्तार किया जयाएगा।
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