एस.पी और थाना प्रबंधक सहित तीन की गिरफ़्तारी के बाद नूंह/पुनहाना/ फिरोजपुर झिरका बार सहित प्रदेश भर के वकीलों ने की हड़ताल समाप्त:
खबर हक डॉटकॉम
नूंह/मेवात
श्री मुक्तसर साहिब में वक़ील व उनके साथी से पुलिस हिरासत में मारपीट व दुर्व्यवहार के मामले में पंजाब सरकार ने कड़ी कार्यवाही करते हुए एस.पी रमनदीप भुल्लर,थाना प्रबंधक,सीआईए इंचार्ज रमनकुमार और सीनियर कांस्टेबल हरबंस को तुरंत प्रभाव से गिरफ़्तार कर लिया है।
इसी के साथ पंजाब के मुख्यमंत्री श्री भगवंत मान ने डीआईजी फ़रीदकोट रेंज अजय मलूजा व श्री मुक़्तसर के एसएसपी हरमनबीर सिंह गिल को ट्रांसफ़र करने भी आदेश दिए गए हैं। एडीजीपी इंटेलीजेंस जसकरण ने इसकी पुष्टि की है। इससे पहले सीआईए इंचार्ज और सीनियर कांस्टेबल को सस्पेंड कर दिया गया था।
थाने में वकील को टार्चर करने के विरोध में वकीलों की हड़ताल के बीच सरकार ने बुधवार को मामले की जाँच के लिए लुधियाना के पुलिस कमिश्नर मंदीप सिंह सिद्धू की अगुवाई में चार सदस्य विशेष जाँच दल गठित कर दिया है। एडीजीपी जसकरण की निगरानी में एसआईटी की टीम काम करेगी ।
झिरका बार के प्रधान एडवोकेट मुसर्रत अली ख़ान ने बताया कि पिछले तीन दिन से हरियाणा,पंजाब और चण्डीगढ़ के सभी वक़ील अपनी मांगों को लेकर हड़ताल पर बैठे हुए थे जो सरकार ने हमारी माँगों को मान लिया है और इसलिए बार काउंसिल ऑफ़ पंजाब एंड हरियाणा के आदेशानुसार पंजाब,हरियाणा और चंडीगढ़ की सभी बारों ने अपनी हड़ताल समाप्त कर दी है और बार प्रधान ने अपनी माँगों को मानने के लिए पंजाब सरकार का शुक्रिया अदा किया।
बार प्रधान एडवोकेट मुशर्रत अली ख़ान ने कहा कि आए दिन देशभर में वकीलों के ऊपर हमले हो रहे हैं जिनको देखते हुए सरकार को एडवोकेट प्रोटेक्शन बिल को जल्द से जल्द लागू करना चाहिए।
इस मोके पर बार के पूर्व प्रधान मोहन गोयल,पूर्व प्रधान राजकुमार गुप्ता,पूर्व प्रधान हारून नगीना,पूर्व प्रधान प्रमोद माहेश्वरी,बार के सचिव ख़ुशी मोहम्मद,नय्यर आलम,मुकेश गोयल,अमजद ख़ान,शाहिद ख़ान नगीना,बार के ख़ज़ांची हेमंत आहूजा,समीम अहमद,शाहिद ख़ान,क़ासिम हुसैन,हाशिम ख़ान,इसराक अहमद,बार के जॉइंट सेक्रेट्री रिज़वान रहिश अहमद,वहाब ख़ान,अख़्तर हुसैन,मुस्तफ़ा रानिका,मुबीन नावली,वारिस ख़ान,मनोज क़ुमार,श्यामलाल सैनी,मुमताज़ बदरपुर,उपप्रधान मानसिंह सैनी,आसिफ़ ख़ान,तोहिद अहमद, आफ़ताब बेसर,ख़ुर्शीद अहमद,अल्ताफ़,जुनेद,तोफ़िक़,तरुण हंस,मुस्तफ़ा भोंड,उमेश,ज़ावेद,धर्मेंद्र यादव सहित बार के काफ़ी अधिवक्ता मोजूद रहे।
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