नूंह हिंसा के बाद दो समाजों में आई खटास को पाटने निकले डीसी, एसपी
–कस्बा पिनगवां में सद्भावना समारोह आयोजित कर दिया भाईचारे का संदेश
-दो समाज के सैंकड़ों लोगों ने लिया भाग
यूनुस अलवी/तसलीम अलवी
नूंह/पुन्हाना
नूंह हिंसा के बाद मेवात के दो समाजों में आई खटास को पाटने के लिए जिले के डीसी धीरेंद्र खडगटा और एसपी नरेंद्र बिजारणिया कस्बो की ओर जाने लगे हैं। इसकी शुरूआत बुधवार को कस्बा पिनगवां में नववर्ष मिलन एंव सदभवना समारोह कर की गई। जिसका आयोजन मनीष सिंगला ने किया। इस मौके पर दोनों समाज के सैंकड़ों प्रमुख लोगों ने भाग लिया। वहीं डीसी एसपी के पहुंचने पर प्रमुख लोगों ने उनको फूल, पगड़ी बांधकर जोरदार स्वागत किया। इस मौके पर दोनों समाज के वक्ताओं ने मेवात के आपसी भाईचारा को कायब रखने की बात दौहराई। वहीं उन्होने कहा कि मेवात का सदियां पुरान है, जिसे कोई नहीं तोड़ सकता। क्योंकि मेवात की संस्कृति हिंदू-मुस्लिम की साझी विरासत है। लोगों ने कहा कि मेवात का भाईचारा कोई बनावटी नहीं है बल्कि आज भी अपने आप को सूर्य और चंद्रवंशी कहते है।
इस मौके पर समारोह आयोजक मनीष सिंघल, नरेश सिंगला, मनोज सरपंच, मुमताज सरपंच, तौफीक सरपंच, जिला पार्षद फजरूद्दीन, इसलामुद्दीन पुन्हाना, नत्थु सोनी, कोशल पोपली, श्याम सुंदर,
अगर मेवाती अभी नहीं सुधरे तो कभी नहीं सुधर सकते- डीसी
इस मौके पर जिला उपायुक्त धीरेन्द्र खडगटा ने कहा कि आज लोग कहते हैं कि मेवात बदला बदला से लग रहा है। नूंह हिंसा के बाद जो दो समुदायों में आई खाई को पाटना बेहद जरूरी है। नहीं तो कुछ लोग हिंदू-मुस्लिम की राजनीति कर भाईचारा में जहर घोलने का काम करेगें। डीसी ने कहा कि आज सोशल मीडिया पर एक नई जमात बन गई है। अगर इन बच्चों को नहीं रोका गया तो एक अफवाह पूरे घर के लोगों को जला देगी। उन्होने कहा हिंसा में वो ही मरता है जिसने कोई कसूर नहीं किया हो। डीसी ने कहा नूंह हिंसा के बाद मेवात को काफी नुकसान हुआ है। यहां पर जमीन के दाम एकदम घट गए हैं। डीसी ने कहा अगर मेवाती अभी नहीं सुधरे तो कभी नहीं सुधर सकते। अगर हमको लड़ना ही है तो बुराइयों के खिलाफ लड़ना होगा। उन्होंने कहा मेवात में हजारों लोग सबसे ज्यादा गोपालन करते हैं लेकिन कुछ लोग गोहत्या में शामिल होकर मेवात को बदनाम कर रहे हैं। डीसी ने कहा अब बडे दुख की बात है कि मेवात में मेवाती ही नहीं रहना चाहते है। क्यांेकि मेरी कई सरकारी कर्मचारियों से बात हुई है। वे कहते हैं कि अगर गांव में कोई झगड़ा हो जाता है तो नौकरी करने वाले को सबसे पहले झूंठे कैस में फंसाने का काम करते हैं। डीसी ने कहा कि आज पिनगवां से सदभावना सम्मेलन की शुरूआत की है, ऐसे सम्मेलन अन्य कस्बों और गांवों में भी आयोजित किए जाऐंगें।
दलाल ठोंडा सुधर जाए नहीं तो उनके नाम थाने के मुख्य द्वारा पर लगा दिए जाएंगे-एसपी
नूंह पुलिस कप्तान नरेंद्र बिजारणिया ने समारोह को सम्बोधित करते हुए कहा कि नूंह हिंसा से मेवात का बड़ा नुुकसान हुआ है। जिसकी भरपाई जल्द होना मुश्किल है। एसपी ने नशा तस्करी, गोतस्करी और गोहत्या, थाना तहसीलों में दलाली और रिश्वतखोरी करने और फैसबुक पर हिंदु-मुस्लिम और भडकाड पोस्ट करने वालों को सख्त चेतावनी देते हुए कहा कि सभी को समय दिया जा रहा है। अगर वे नहीं सुधरे तो पुलिस अच्छी तरह से सुधारना जानती है। उन्होंने कहा कि गौ तस्करी और गोहत्या करने वाले मेवात में चंद लोग है। ऐसे लोगों का सामाजिक बहिष्कार होना चाहिए। फिर मत कहना, पुलिस ऐसे लोगों का अच्छी तरह से इलाज करेगी।
एसपी ने कहा थानों में दलाली के नाम से आने वाले ठोंड़ा या तो वे सुधर जाऐं नहीं तो उनपर थाने में घुसने पर पाबंदी लगा दी जाऐगी। उन दलाल ठोंडाओं का नाम थाने के मुख्य द्वारा पर लगा दिया जाएगा। नशा करने और बैचने वालों पर नकेल कसने के लिए गांव के लोगों को आगे आना चाहिए। वहीं एसपी ने बेटियों को स्कूलों में पढ़ने भेजने का आहवान करते हुए कहा कि बेटियांे की सुरक्षा की गारंटी पुलिस की है। अगर कोई भी मनचला स्कूल के आसपास भी नहीं आया तो उसे सीधा जेल की सलाखो के पीछे भेजा जाऐगा। जबकि अब से पहले ऐसे मनचलांे को सुधरने के लिए उनके परिजनांे के ह
वाले किया जाता था।
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