कैवल्य एडुकेशन फ़ाउंडेशन ने शिक्षा विभाग नूह के समन्वय से आयोजित किया निपुण मेला
बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान प्रश्नोत्तरी में खंड शिक्षा अधिकारियों ने भी लिया भाग
यूनुस अलवी,
नूंह,
सामुदायिक भवन खेडला , नूंह मे कैवल्य एडुकेशन फ़ाउंडेशन और शिक्षा विभाग नूंह के समन्वय से निपुण मेला आज आयोजित किया गया । टाटा कम्युनिकेशन लिमिटेड के सहयोग से संचालित ANEW प्रोजेक्ट के तहत यह कार्यक्रम किया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत जिला शिक्षा अधिकारी परमजीत चहल ने दीप प्रज्वलन से की। कार्यक्रम में तावडू के बीईओ डॉ धर्मपाल, पुनहाना बीईओ वीरेंद्र कुमार , नगीना के बीईओ गीता आर्य सहित अन्य गणमान्य अधिकारी मौजूद थे। इसके बाद पेनल चर्चा मे सरपंच महोदय, धर्मगुरु , एनजीओ अधिकारी और मीडिया कर्मियों से नरेंद्र शर्मा (कैवल्य एडुकेशन फ़ाउंडेशन) द्वारा संवाद किया गया । जिसमे प्रत्येक से उनकी शिक्षा ,स्वास्थ्य व नूंह के विकास मे भूमिका को लेकर विस्तृत बातचीत की गई । सभी ने आपसी सहयोग और समन्वयन से कार्य करने और एक दूसरे मजबूती और चुनोतियों को समझकर मिलकर कार्य करने की बात की और इसके लिए प्रत्येक ने स्वयं और समुदाय की भागीदारी का आश्वासन दिया
पैनल डिस्कशन में स्थानीय एनजीओ, युवा मीडिया के लोग, पी आर आई मेंबर, स्वयं सहायता समूह और धर्म गुरु शामिल हुए।
इस मौके पर मदरसा मौलवी साहिबा शहनाज ने कहा कि अनपढ़ता हमारे जीवन में अंधेरा लाती है और शिक्षा लोगो के जीवन में रौशनी लाती है. लोगो को मेवात में खास कर लड़कियों के शिक्षा के सभी दरवाजे खोलने होगें।
इसके बाद नूंह के पांच ब्लॉकों में क्विज प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें विभिन्न ब्लॉकों के बीईओ, बीओ, सीआरसी, एबीआरसी, टीचर शामिल हुए। प्रतियोगिता नेतृत्व ग्रुप में पीएल अब्दुल कादिर, चंदन, शैलेन्द्र, शाहीन, खालिदा, अमृता ने किया। इस कार्यक्रम के दौरान सभी प्रतिभागी ने बढ़ चढ़ कर सहभागिता निभाई।
इसके साथ ही नरेंद्र शर्मा (सीनियर प्रोग्राम मेनेजर ,कैवल्य फ़ाउंडेशन नूंह ) ने बताया कि संस्था का उद्देश्य नीति आयोग द्वारा तय मानको पर आकांशी जिलो मे कार्य करने का हैं | इसके तहत संस्था संबन्धित जिले के धर्मगुरुओ ,युवाओ,मीडिया,स्वयंसेवी संस्थाओ ,स्वयं सहायता समूहो और पंचायती राज संस्थाओं के साथ मिलकर कार्य करती हैं । इसमे जिला प्रशासन और शिक्षा स्वास्थ्य व अन्य विभागो का सहयोग और मार्गदर्शन होता हैं । संस्था का मानना हैं कि यदि उपरोक्त लोगो और संस्थाओं के साथ समायोजन ,सहयोग कर कार्य करेंगे तो जिले मे शीघ्र ही अपेक्षित बदलाव कर पाएंगे । इसके साथ ही विभिन्न विभागो के समन्वयन से नीतियों को समग्र तरीके से लाभार्थी तक पहुंचाने का कार्य भी पंचायतीराज संस्थाओं के सहयोग से किया जाएगा |
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