ठेकेदार नहीं हटा सकता है पुराने सफाई कर्मचारी को : कृष्ण कुमार
–आयोग के पास पहुंच चुका है 57000 सफाई कर्मचारियों का डाटा
– प्रदेश में लागू की जा रही है ई सीवरेज व्यवस्था
यूनुस अलवी
नूंह,
हरियाणा राज्य सफाई कर्मचारी आयोग के चेयरमैन कृष्ण कुमार ने कहा कि अगर सफाई कर्मियों का ठेकेदार बदलता है तो नया ठेकेदार पुराने कर्मियों को नही हटा सकता। अपनी मर्जी से अपने चहेतों को नहीं लगा सकता। सभी विभाग यह व्यवस्था करना सुनिश्चित करें। प्रदेश में ई-सीवरेज व्यवस्था लागू की जा रही है, ताकि किसी भी प्रकार की दिक्कत ना हो। उन्होंने कहा कि अब तक आयोग के पास पूरे प्रदेश से 57000 सफाई कर्मचारियों का डाटा पहुंच चुका है। कृष्ण कुमार बृहस्पतिवार को लघु सचिवालय स्थित कॉन्फ्रेंस हॉल में मिला के प्रशासनिक अधिकारियों को संबोधित कर रहे थे।
कृष्ण कुमार ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश अनुसार शिविर की सफाई करते वक्त किसी भी कर्मचारी की मृत्यु हो जाती है तो उसे 30 लाख रुपए मुआवजे के तौर पर दिए जाएंगे सफाई कर्मी के गंभीर घायल की अवस्था में यह राशि 20 लाख रुपए होगी तथा मामूली घायल होने पर 10 लाख रुपए की मुआवजा राशि दी जाएगी।
कृष्ण कुमार ने कहा कि हरियाणा पहला राज्य है, जहां सफाई कर्मचारियों की सुरक्षा के लिए सीवर लाइनों में सेंसर लगाए गए हैं। सेंसर द्वारा फोन पर सॉफ्टवेयर के माध्यम से यह पता लगाया जा सकता है कि सीवर कब ओवरफ्लो होने वाला है और सफाई के दौरान कोई खतरा तो नहीं है। उन्होंने कहा कि आयोग द्वारा वेबसाइट बनाने के साथ सफाई कर्मचारियों की शिकायत और सुझाव के लिए ऐप भी तैयार कराई है। इस एप्प पर संबंधित अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं जिस पर तुरंत एक्शन होगा।
उन्होंने कहा कि सभी सफाई कर्मी समाज की सच्ची सेवा करते हैं। हर चार माह बाद सभी की स्वास्थ्य जांच होनी चाहिए। सभी सफाई कर्मचारियों का और उनके परिजनों का परिजनों का पूरा विवरण प्राप्त कर आयोग यह सुनिश्चित करेगा की हिना सफाई कर्मचारियों के परिवारों को किस प्रकार की सहायता की जरूरत है । उन्होंने कहा कि हरियाणा सफाई कर्मचारी आयोग इन कर्मचारियों के जीवन स्तर को ऊंचा उठाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है। सीवर की सफाई के लिए आदमी अंदर नही जाना चाहिए। अगर कहीं इस तरह की घटना सामने आती है तो संबंधित कार्यकारी अभियंता के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। जिला प्रशासन अपने स्तर पर कर्मचारियों की शिकायतों का निवारण प्राथमिकता से करें। सफाई कर्मचारियों को वेतन, वर्दी, जूते, दस्ताने समय पर मिले। सफाई कर्मियों के लिए लागू की गई योजनाओं का लाभ देना सुनिश्चित करें। ग्रामीण सफाई कर्मचारियों का पूरा डाटा आयोग में दो दिनों में भिजवाना सुनिश्चित करें। जिला में दो कोर्डिनेटर नियुक्त किए गए हैं, वे समय-समय पर प्रशासनिक अधिकारियों से तालमेल करके कर्मचारियों की समस्या का निवारण करवाने का कार्य करे
उन्होंने ने कहा कि जिला में सफाई कर्मचारियों के हितों के लिए कार्य किया जा रहा है। सफाई कर्मी शहर की सफाई व्यवस्था में अहम रोल देते हैं। इनके बिना समाज की कल्पना नहीं की जा सकती। समाज के लोग कूड़ा एकत्रित करता है और सफाई कर्मी उसे साफ करते हैं। यह अवधारणा अब बदली है कि कूड़ा वाला नहीं आया है, बल्कि सफाई करने वाला आया है, कूड़े वाले तो हम हैं।
इस अवसर पर डीएमसी रणवीर सिंह, एसडीएम अश्वनी कुमार, जिला शिक्षा अधिकारी परमजीत चहल, जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी नवनीत कौर सहित विभिन्न अधिकारी उपस्थित थे।
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