तावडू में सब्जियों ने बिगाड़ा रसोई का स्वाद, लहसुन व अदरक ने बिगाड़ा बजट।
नसीम खान
तावडू,
शहर व क्षेत्र में एक तरफ लोग दालों पर महंगाई न की मार से जूझ रहे हैं तो वहीं दूसरी और सब्जियों के बढ़ते हुए रेट से रसोई का बजट बिगाड़ कर रह गया है। अदरक व लहसुन तो रसोई की पहुंच से बाहर हो गया है। सीजन में जो अदरक कभी 40 रूपए किलो बिकता था। उसके रेट पिछले कई माह से 160 रूपए प्रति किलो चल रहे हैं। तो वहीं लहसुन के रेट 350 से 400 रूपए प्रति किलो होने से यह आम आदमी की पहुंच से बाहर हो रहा है।
क्षेत्र की गृहणियों ने बताया कि प्याज के दाम भी पिछले काफी समय से नीचे नहीं खिसक रहे हैं। केवल वर्तमान समय में एक ही सब्जी बंद गोभी एवं फूलगोभी के रेट जरूर कम है। वर्तमान के सीजन में सब्जियों में शिमला मिर्च भी अभी तक 40 रूपए प्रति किलो चल रही है। जो टमाटर इस समय 15 से 20 रुपए प्रति किलो बिकता था यह भी 40 रुपए प्रति किलो फुटकर में बिक रहा है। सब्जियां महंगी होने का सीधा असर आम आदमी की जेब पर पड़ रहा है। लोगों की मानें तो सर्दी के सीजन में सब्जियां काफी सस्ती हो जाती थी। लेकिन इस बार सब्जियों की महंगाई से कोई परेशान है तो वह आम आदमी है। सर्दी में सर्वाधिक सुबह शाम प्रयोग होने वाली अदरक के रेट भी नीचे होने का नाम नहीं ले रहे हैं। इसके अलावा मटर, खीरा, साग, सेम जैसी सब्जियों के रेट भी अभी नीचे नहीं आ रहे हैं। लेकिन शुक्र है कि आलू के रेट जरूर फुटकर में 15 रूपए किलो चल रहे हैं।
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