• मेवाती ठगों ने इज़ाद किया ठगी का नया धंधा,
• महिलाओं को गर्भवती करने के नाम पर करते थे ठगी, दो गिरफ्तार।
• लोकलाज के डर से पुलिस में कोई नहीं दे रहा था शिकायत
• सोशल मीडिया पर फर्जी विज्ञापन डाल बनाते थे लोगों को शिकार।
• आरोपियों के मोबाइलों से फर्जी सिम कार्ड और संदिग्ध चेटिंग मिली।
फोटो पुलिस हिरासत में आरोपी ठग
यूनुस अलवी,
मेवात,
टटलू, ओलेक्स और अश्लील वीडियो का फ्रॉड पुराने हो गए हैं। अब मेवाती ठगों ने ठगी का एक नया धंधा इज़ाद किया है।
जिसके तहत ये ठग महिलाओं को गर्भवती करने के नाम पर ठगी कर महिला और पुरुषों को शिकार बनाते थे। लोकलाज के डर से कोई भी व्यक्ति इन ठगो के खिलाफ पुलिस में शिकायत नहीं दे रहा था। जिसके चलते उन ठगों के होंसले बुलंद थे। अब मेवात साइबर पुलिस ने इसे दो ठगो को गिरफ्तार कर उनके मोबाइलों से फर्जी सिम कार्ड और संदिग्ध चेटिंग बरामद की है। ये ठग सोशल मीडिया पर फर्जी विज्ञापन डाल कर लोगों को शिकार बनाते थे। नूंह साइबर थाना पुलिस ने ऐसे दो साइबर ठग एजाज निवासी बुराका, हथीन जिला पलवल और इरशाद निवासी कुतुकपुर शाहचोखा थाना पिनंगवा को गिरफ्तार किया है। दोनों आरोपियों के खिलाफ नूंह साइबर थाना पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
नूंह साइबर थाना प्रभारी विमल कुमार ने बताया कि सूचना मिली कि एजाज और इरशाद मिलकर फर्जी सोशल मीडिया साइटों पर महिलाओं को गर्भवती करने के नाम पर फर्जी विज्ञापन डालकर लोगों को झांसे में लेते हैं। दोनो फर्जी व्हाट्सएप अकाउंट के माध्यम से लोगों से संपर्क कर फाइल और पंजीकरण का शुरुआती खर्चा बताकर ऑनलाइन तरीके से एडवांस फीस लेते है। साथ ही यह फीस फर्जी बैंक खातों के माध्यम से बनाए गए फोन पे, गूगल पे और पेटीएम के माध्यम से पर लेते हैं। सूचना के मुताबिक साइबर थाना पुलिस की एक टीम ने जाल बिछाकर साइबर ठग एजाज और इरशाद को शाहचोखा नहर के नजदीक गिरफ्तार किया है।
आरोपियों की तलाशी लेने पर दो मोबाइल मिले, जिनमें चार सिम थी। इनमें दो सिम कार्ड महाराष्ट्र और असम के पते पर जारी हुई थी। साइबर थाना प्रभारी के मुताबिक मोबाइल गैलरी चेक करने पर व्हाट्सएप अकाउंट में लोगों से महिलाओं को गर्भवती कराने संबंधित चैटिंग मिली। चार से अधिक फेसबुक अकाउंट मिले। जिनमें महिलाओं को गर्भवती करने के बदले में राशि देने का फर्जी विज्ञापन मिला है। उन्होंने बताया कि नूंह में इस तरह की अनोखी साइबर ठगी का यह पहला मामला है। आरोपी काफी लोगों को अब तक झांसे में लेकर अपना शिकार बना चुके हैं। इस गिरोह से जुड़े अन्य तारों की भी जांच की जा रही है। दोनों आरोपियों के विरुद्ध संबंधित धाराओं के तहत केस दर्ज करके आरोपियों को अदालत में पेश कर न्यायिक हिरासत में भेजा है।
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