सेम की वजह से भूमि पर खड़े पानी का किया जाएगा सही इस्तेमाल : उपायुक्त कैप्टन शक्ति सिंह
– बिकटी, चंदेनी, उजीना जैसे सेम प्रभावित इलाकों पर दिया जाएगा विशेष ध्यान
– भूमिगत जल स्तर के आधार पर प्रदेश को विभिन्न 7 श्रेणियों में किया गया है वर्गीकृत
– वर्गीकरण माइक्रो स्तर पर योजनाएं बनाने व भूमिगत जल प्रबंधन के संदर्भ में होगा मददगार
– आम जनता से सुझाव व आपत्तियां आमंत्रित
ख़बरहक़
नूंह , 17 जनवरी :
उपायुक्त कैप्टन शक्ति सिंह ने कहा कि अरावली पर्वत के साथ लगते क्षेत्रों में बांधों का निर्माण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि तालाब व बांध इत्यादि का जो मौजूदा संसाधन है, उसको और बेहतर बनाने पर ध्यान दिया जाएगा। कैप्टन शक्ति सिंह हरियाणा जल संसाधन प्राधिकरण की भूमिगत जल प्रबंधन के संदर्भ में हरियाणा जल संसाधन प्राधिकरण (एचडब्ल्यूआरए) की अध्यक्ष श्रीमती केशनी आनंद अरोड़ा की अध्यक्षता में प्रदेश के तीन जिलों के उपायुक्ततों के साथ आयोजित बैठक में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से भाग ले रहे थे ।
इतना ही नहीं नूंह जिले के जिन इलाकों में सेम की वजह से सैकड़ों एकड़ भूमि में पानी खड़ा रहता है, उसका सही इस्तेमाल किया जा सके। इसको लेकर भी रणनीति तैयार की जा रही है। डीसी ने कहा कि नूंह जिले में जिन क्षेत्रों में भूजल गहरा व खारा है। उसको कैस काम में लिया जाए, इस पर भी ध्यान दिया जा रहा है। कुल मिलाकर बरसात के पानी को बांध या तालाब इत्यादि में एकत्रित कर जल स्तर को ऊपर उठाने सहित बहुत से प्रयास किए जा रहे हैं। जिले में जल प्रबंधन के क्षेत्र में आने वाले समय में काफी कुछ सुधार देखने को मिल सकते हैं। कैप्टन शक्ति सिंह उपायुक्त ने संबंधित अधिकारियों को दिशा – निर्देश दिए हैं। जल प्रबंधन के क्षेत्र में तेजी दिखाते हुए कार्य करना है ताकि मेवात जिले में जल प्रबंधन के क्षेत्र में बेहतर परिणाम सामने आ सके। आपको बता दें कि बिकटी, चंदेनी, उजीना इलाकों में बरसात का पानी काफी खेतों में खड़ा हो जाता है। धीरे – धीरे सूखने की वजह से खेतों की बिजाई नही हो पाती। अगर इस पानी को एकत्रित किया जाए, तो जलस्तर उपर आ सकता है, साथ ही सैकड़ों एकड़ भूमि को सेम से निजात मिलने के बाद किसानों के चेहरे खिल सकते हैं ।
इस अवसर पर जिला परिषद सीईओ गजेंद्र सिंह, नगराधीश अखिलेश कुमार व अन्य अधिकारी उपस्थित थे ।
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उपायुक्त कैप्टन शक्ति सिंह ने बताया कि सरकार द्वारा हरियाणा जल संसाधन प्राधिकरण की भूमिगत जल के आधार पर प्रदेश को विभिन्न 7 श्रेणियों में वर्गीकरण की सिफरिश को स्वीकृत कर लिया गया है तथा आम जनता से गांव अनुसार भूमिगत जल के वर्गीकरण के बारे में सुझाव व आपत्तियां आमंत्रित की गई है।
हरियाणा जल संसाधन प्राधिकरण अधिनियम 2020 की धारा 11(2) के तहत यह वर्गीकरण किया गया है। गांव स्तर पर किये गये वर्गीकरण से लोगों में जागरूकता आयेगी तथा यह वर्गीकरण माइक्रो स्तर पर योजनाएं बनाने व भूमिगत जल प्रबंधन के संदर्भ में मददगार होगा।
कैप्टन शक्ति सिंह ने बताया कि भूमिगत जल स्तर के आधार पर किये गये वर्गीकरण की विस्तृत सूचना प्राधिकरण की आधिकारिक वेबसाईट www.hwra.org.in पर उपलब्ध है। गांवों का यह वर्गीकरण जून 2020 को भूमिगत जल स्तर का आधार मानकर किया गया है। आम जनता प्राधिकरण की ई-मेल आईडी [email protected] पर अपने सुझाव या आपत्ति भेज सकते है। ग्राम सचिवों को निर्देश दिये गये है कि वे इस बारे में आम जनता को जागरूक करें ताकि निर्धारित अवधि में आम जनता अपने सुझाव या आपत्ति भेज सके।
फोटो कैप्शन : हरियाणा जल संसाधन प्राधिकरण की भूमिगत जल प्रबंधन के संदर्भ में हरियाणा जल संसाधन प्राधिकरण (एचडब्ल्यूआरए) की अध्यक्ष श्रीमती केशनी आनंद अरोड़ा की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से भाग लेते हुए जिला उपायुक्त कैप्टन शक्ति सिंह ।
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