-तीन साल से बिजली का ट्रांस्फार्मर नहीं रख सका बिजली विभाग
फोटो– गांव तेड में रैनीवैल का बना वाटर चैंबर बनकर तैयार
यूनुस अलवी
मेवात
करीब दो करोड़ रूपये की लागत से जन स्वास्थ्य विभाग द्वारा पुन्हाना उपमंडल के गांव तेड में 9 गावों के लोगों को पीने का पानी उप्लब्ध कराने के लिए बनाया गया वाटर चैंबर पिछले दो साल से बनकर तैयार हैं। बिजली विभाग द्वारा ट्रांस्फार्मर न रखे जाने की वजह से लोगों को इसका कोई फायदा नहीं मिल रहा हैं। जिसकी वजह से सभी गावों के लोगों को पीने के पानी की समस्या से जुझना पड़ रहा है। महिलाआंे को दूर दराज से पानी लाना पड़ रहा है या फिर टेंकरों से मोल का पानी खरीदना पड़ रहा है।
जनस्वास्थ्य विभाग ने करीब चार साल पहले गांव तेड में करीब दो करोड रूपये की लागत से रैनीवैल का पीने का उपलब्ध कराने के लिए एक आईबीएस वाटर चैंबर बनाना शुरू किया था। जो पिछले दो साल से बनकर तैयार है। इस चैंबर से गांव लाहाबास, तेड़, मंुढेता, मोहम्मदपुर, फिरोजपुर मेव, हींगनपुर, रहपुआ, औथा, सुलतानपुर-पुन्हाना को पीने का पानी सप्लाई किया जाना हैं। अधिक्तर गावों में पाईपलाईन भी बिछा दी गई हैं। उसके बावजूद भी पानी की सप्लाई शुरू नहीं की जा सकी है।
ग्रामीण आस मोहम्मद का कहना है कि पानी के चैंबर को बने कई साल हो गये है लेकिन पानी अभी तक नहीं आया है दूर दराज से महिलाएं पानी लाती है जिसे काफी परेशानी होती है। इस बारे में कई बार अधिकारियों से शिकायत की जा चुकी है पर कोई सुनने वाला नहीं है।
ग्रामीण शाहफेद का कहना कि उनके गाँव में खारी पानी है जो पीने योग्य नहीं है। खारे पानी की वजह से चाय, दूध फट जाता है। जब तक वाटर सप्लाई शुरू नहीं हो जाती तब तक ये परेशानी बनी रहेगी।
जनस्वास्थ्य विभाग के एसडीओ अशोक कुमार का कहना है कि चैंबर को जल्द शुरू कर दिया जाएगा। बिजली विभाग ने अभी तक ट्रांस्फार्मर नहीं रखा है। ट्रांस्फार्मर रख जाने के बाद गावों कों पीने के पानी की सप्लाई शुरू कर दी जाएगी।
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