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पिछले 7 महीने से वक्फ मेवात इंजीनियरिंग कॉलेज के प्रोफेसर व कर्मचारियों को नही मिला वेतन -प्रोफेसर व कर्मचारियों ने धरना प्रदर्शन करने व अदालत तक जाने की दी चेतावनी -बोर्ड प्रशाशक ज़ाकिर हुसैन पर लगाये गंभीर आरोप

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पिछले 7 महीने से वक्फ मेवात इंजीनियरिंग कॉलेज के प्रोफेसर व कर्मचारियों को नही मिला वेतन
-प्रोफेसर व कर्मचारियों ने धरना प्रदर्शन करने व अदालत तक जाने की दी चेतावनी
-बोर्ड प्रशाशक ज़ाकिर हुसैन पर लगाये गंभीर आरोप
-वेतन की मांग करने पर नोकरी छोड़ चले जाने की दी धमकी
-कांग्रेस नेता आफ़ताब अहमद ने इंजीनियरिंग कॉलेज को साजिस के तहत बर्बाद करने का लगाया आरोप
-हरियाणा वक्फ बोर्ड द्वारा नूंह के पल्ला गांव में 2009 से संचालित है कॉलेज

यूनुस अलवी
नूंह-मेवात/हरियाणा

हरियाणा वक्फ बोर्ड द्वारा गरीब तबके के बच्चों को बेहतर तालीम देने के उद्देश्य से वर्ष 2009 में शुरू किया गया मेवात इंजीनियरिंग कॉलेज आज बोर्ड के प्रशासक, अधिकारी और सरकार के अड़ियल रवैये से अपनी आखिरी सांसे गिन रहा है। अगर सरकार ने इस ओर गौर नही किया तो ये जल्द बन्द हो सकता है।हरियाणा वक्फ बोर्ड के स्वामित्व वाले इस मेवात इंजीनियरिंग कॉलेज में कार्यरत 35 प्रोफेसर व करीब 50 कर्मचारियों की पिछले 7 महीने का वेतन नही मिला है जिससे कर्मचारी कर्जा लेकर अपना परिवार चला रहे है। अब तो इन प्रोफेसर को कर्जदारों ने भी तंग करना शुरू कर दिया है। जब भी कर्मचारी व अधिकारी वेतन मांगते जे तो उनको धमकी दी जा रही है। कॉलेज के प्रोफेसर व कर्मचारी वेहद डरे हुए है। आख़िर कार 13 साल में पहली बार प्रोफेसर और नॉन टीचिंग कर्मचारी कॉलेज के दरवाजे पर पहुंच कर विरोध जताया है। साथ ही चेतावनी दी है अगर उनका वेतन जल्द नही दिया गया तो वे धरण प्रदर्शन और भूख हड़ताल करने को मजबूर होंगे। कर्मचारियों ने कहा जब से पूर्व विधायक ज़ाकिर हुसैन ने वक्फ बोर्ड के प्रशाशक का पद संभाला है तब से ज्यादा परेशानी बढ़ी है।


प्रशासक के अड़ियल रुख से वक्फ इंजीनियरिंग कॉलेज पल्ला बंद होने के कगार पर प्रोफेसर व कर्मचारियों ने धरना प्रदर्शन करने व अदालत तक जाने की दी चेतावनी।

 

इंजीनियरिंग कॉलेज एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रोफेसर डॉक्टर कलाम कुरेशी ने कहा कि कॉलेज में 857 बच्चे शिक्षा ग्रहण कर रहे है। उनकी कॉलेज से करीब 40 जेई, एसडीओ और नासा में वैज्ञानिक तक लगा है। ये कॉलेज मेवात का नाम रोशन कर रहा है। कॉलेज के प्रोफेसर और कर्मचारियों को पिछले 7 महीने से वेतन न मिलने से भारी परेशानी हो रही है।
कॉलेज के सभी प्रोफेसर और नोट टीचिंग स्टाफ का कहना है उनको परिवार चलना एक मुसीबत बन गया है। हर समय उन्हें खतरा की घंटी सुनाई देती है। वही कर्मचारी और प्रोफेसर ने मांग करते हुए कहा कि अगर हरियाणा वाकफ बोर्ड कॉलेज को चलाने में सक्षम नही है तो सरकार को चाहिए कि कॉलेज को अपने अधीन लेकर समस्या का समाधान करें।

*बोर्ड प्रशाशक कॉलेज को बर्बाद करने पर तुला है-आफ़ताब अहमद*

विधानसभा में प्रतिपक्ष के उपनेता एवं से कांग्रेस विधायक चौधरी आफताब अहमद ने कॉलेज के प्रोफेसर और कर्मचारियों को 7 महीने से वेतन ना मिलने पर हरियाणा सरकार और प्रशासक पर आरोप लगाते हुए कहा कि यह एक साजिश और रणनीति के तहत कॉलेज को बंद करना चाह रहे है। जिसे कांग्रेस किसी भी कीमत पर होने नही देगी। वही आफ़ताब अहमद ने कहा कि वक्फ बोर्ड इंजीनियरिंग कॉलेज चलाने के लिए पूरी तरह सक्षम है। उन्होंने कहा पहले भी ये मुद्दा उन्होंने विधानसभा में उठाया और आये भी उठाया जाएगा। जबकि कॉलेज के कर्मचारियों के वेतन को लेकर वह खुद मुख्यमंत्री से मिल चुके है। भाजपा सरकार और प्रशासनक ज़ाकिर हुसैन कॉलेज को बंद करने पर तुले हुए है।

*क्या कहते है प्रोफेसर और कर्मचारी*

प्रोफेसर औऱ कर्मचारियों का कहना है कि आज वेतन का इंतेज़ार करते करते स्वयं अपना भविष्य अंधकारमय में समझने लगे है जिनका आज भी लगभग पिछले 6-7 महीने का वेतन लंबित है। इसी सिलसिले में कॉलेज के कर्मचारियों ने एक बैठक की जिसमे लंबित वेतन और वेतन विसंगतियों की समस्या के समाधान के लिए माननीय मुख्यमंत्री मंत्री हरियाणा से मिलने के साथ साथ अन्य विकल्पों पर भी विचार किया गया।

*मेवात के विकास में कॉलेज की भागीदारी*

अगर मेवात के शेक्षणिक विकास की बात की जाए तो इस कॉलेज की अग्रणी भूमिका रही है जिसमे से शिक्षा ग्रहण कर छात्र आज देश और प्रदेश की उच्च संस्थाओं में कार्यरत हैँ, यह केवल कॉलेज के उच्च शिक्षित प्रवक्ताओँ और कर्मचारियों की कड़ी मेहनत का ही परिणाम है लेकिन आज कॉलेज की उच्च शिक्षित फैकल्टी और कर्मचारी वेतन ना मिलने की वजह से नारकीय जीवन जीने को मजबूर हैँ और काफ़ी अनुबंधित कर्मचारी अपनी नौकरी छोड़कर जा चुके हैँ।

*नहीं दिया जा रहा है 7th पे स्केल*

हरियाणा वक्फ बोर्ड द्वारा मेवात इंजीनियरिंग कॉलेज के कर्मचारियों को छोड़कर बाकि सभी कर्मचारियों को सातवें वेतन आयोग के अनुसार सैलरी दी जा रही है लेकिन कॉलेज के कर्मचारियों के साथ सौंतेला व्यवहार किया जा रहा है जिन्हें जनवरी 2016 से अभी तक सातवें वेतन आयोग का सेवा लाभ नहीं दिया गया है और इसी के साथ किसी भी कर्मचारी को 3% वार्षिक वेतन वृद्धि का लाभ भी नहीं दिया जा रहा है, जिसकी वजह से कॉलेज में कार्यरत कर्मचारियों में भारी रोष व्याप्त है।

*भूख हड़ताल पर बैठ सकते हैँ कॉलेज के कर्मचारी*

कॉलेज के कर्मचारियों के लंबित वेतन और वेतन से सम्बंधित विसंगतियों के मामले को मेवात इंजीनियरिंग कॉलेज में पढ़ रहे छात्रों के भविष्य को देखते हुए मेवात क्षेत्र की तीनों विधानसभाओ के माननीय विधायकों ने गत मानसून सत्र में मुख्यमंत्री के समक्ष जोर शोर से उठाया था लेकिन बीजेपी सरकार की अल्पसंख्यक विरोधी सोच के चलते मेवात इंजीनियरिंग कॉलेज, पल्ला के कर्मचारियों को अभी तक भी बकाया 6 छह महीने का वेतन नही मिला है वहीं दूसरी तरफ हरियाणा वक्फ बोर्ड के प्रशासक द्वारा बोर्ड की मस्जिदों में कार्यरत इमामों की सैलरी में पांच हजार रूपये मासिक बढ़ोतरी का ढिंढोरा पीटने में ही लाखो रूपये खर्च किए गए जबकि मेवात जैसे पिछड़े जिले के बच्चों के भविष्य को सुधारने में अग्रणी भूमिका निभाने वाले इस मेवात इंजीनियरिंग कॉलेज के कर्मचारियों के बुरे हालत से प्रशासक को क़ोई सरोकार नहीं है जिसकी वजह से कॉलेज के कर्मचारियों का भविष्य अंधकारमय बना हुआ है और उनके दैनिक जीवन के कार्य प्रभावित हो रहे हैँ और भुखमरी में अपना जीवन व्यतीत कर रहे हैँ, कर्मचारी कभी भी बोर्ड प्रशासक चौ जाकिर हुसैन के निवास पर भूख हड़ताल पर बैठ सकते हैँ।

*हाईकोर्ट का दरवाजा भी खटखटा सकते हैँ कर्मचारी*

हरियाणा वक्फ बोर्ड द्वारा मेवात जैसे पिछड़े जिले में इस कॉलेज को स्थापित करने का मुख्य उद्देश्य आर्थिक और शेक्षणिक रूप से पिछड़े इस मेवात जिले के छात्रों को बेहतर तकनीकी शिक्षा प्रदान कर इस जिले की तरक्की में अपना योगदान देना था लेकिन आज बोर्ड प्रशासक चौ जाकिर हुसैन (पूर्व विधायक) के अड़ियल रवैये से बोर्ड की आमदनी में से कॉलेज को रूपये देने से इंकार करना बताता है कि वह कॉलेज के प्रति कितने सजग है। आज कॉलेज बंद होने के कगार पर खड़ा है। अगर समय पर हालात नही संभाले गए तो मेवात के छात्रों को तकनीकी शिक्षा ग्रहण करने के लिए दूसरे राज्यों का रुख करना पड़ेगा और बोर्ड प्रशासक के गलत इरादों को भाँपकार कॉलेज कर्मचारी अब कोर्ट का दरवाजा भी खटखटाने को तैयार है।

*इस मौके पर मौजूद रहे*

इस मौके पर प्रोफेसर डॉ कलीम कुरैशी, प्रोफेसर डॉ शमशाद अली, प्रोफेसर डॉ शाहीन खान, डॉ अफ़ज़ल फातिमा, प्रोफेसर डॉ खालिद हुसैन, प्रोफेसर डॉ शाहिद हुसैन, प्रोफेसर डॉ विनीत जैन, डॉ सुधीर डावरा, डॉ नदीम, प्रो उमर खान, प्रो नाजिम, जितेंदर कुमार, भीष्म, शाहिद , नसीमा ,शमीम , साकिर, हनीफ सहित कॉलेज का समस्त स्टॉफ मौजूद था

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