Younus Alvi
एनडीटीवी के वरिष्ठ पत्रकार रहे रविश कुमार ने बुधवार को अपना इस्तीफा देने के बाद बृहस्पतिवार को अपने यूट्यूब चैनल पर आकर दर्शक और अपने बारे में कुछ विचार साझा किए। इस मौके पर रवीश कुमार ने बताया कि उन्होंने एनडीटीवी में 1996 में एक चिट्ठियां पढ़ने और ट्रांसलेट करने से काम शुरू किया था जो आज तक जारी है उन्होंने एनडीटीवी में आए उतार-चढ़ाव के बारे में भी अपने विचार सांझा किए। इस मौके पर रमेश कुमार ने अपने टि्वटर हैंडल से पोस्ट करते हुए यह शब्द लिखें।
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माननीय जनता,
मेरे होने में आप सभी शामिल हैं। आपका प्यार ही मेरी दौलत है। आप दर्शकों से एकतरफ़ा और लंबा संवाद किया है। अपने यू- ट्यूब चैनल पर। यही मेरा नया पता है। सभी को गोदी मीडिया की ग़ुलामी से लड़ना है।
https://youtu.be/G9K9vpGTofo
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वरिष्ठ पत्रकार रवीश कुमार जब अपने यूट्यूब चैनल पर लोगों को अपने विचार साझा कर रहे थे उनके चेहरे से एक मासूमियत और दर्द झलक रहा था। यूट्यूब चैनल के माध्यम से यह भी बताया कि जल्दी ही वह एनडीटीवी के अपने पूरे एक्सपीरियंस को जल्द साझा करेंगे लेकिन आज वह जनता से सीधे बातचीत करते हुए नजर आए।
पत्रकार रवीश कुमार ने अपना नया पता बताया है यह उनका नया पता हे। जब भी आप रवीश कुमार से मिलना चाहे तो इस लिंक को खोल कर उनसे मिल सकते हैं मेरी भी एक पत्रकार के नाते एक अपील है कि रविश कुमार के चैनल को ज्यादा से ज्यादा सब्सक्राइब लाइक और शेयर करें और दिखा दे एक जिंदादिल पत्रकार को कभी भी नहीं दबाया नहीं जा सकता।
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