गीता ग्रंथ में वर्णित है जीवन जीने का सार : उपायुक्त अजय कुमार
– गीता के माध्यम से भगवान श्री कृष्ण ने दिया युद्ध के मैदान में शांति का संदेश
– पुन्हाना मंडल में स्थित सिंगार तीर्थ स्थल पर की महाआरती
– उपायुक्त अजय कुमार ने जिला स्तरीय अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव-2022 के समापन पर किया दीपदान
– सिंगार तीर्थ स्थल के पावन तट पर जलाए गए लगभग 1100 दीपक
यूनुस अलवी
नूंह , 04 दिसंबर :
जिला उपायुक्त अजय कुमार ने शंखनाद और मंत्रौच्चारण के बीच पुन्हाना उपमंडल में स्थित श्री राधा कृष्ण मंदिर सिंगार तीर्थ स्थल पर दीपदान किया। इस दीपदान के साथ ही परम्परा अनुसार जिला स्तर पर मनाया जाने वाला अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव-2022 भी सम्पन्न हुआ। उपायुक्त अजय कुमार ने श्री राधा कृष्ण मंदिर सिंंगार तीर्थ स्थल पर महा आरती की। इस महाआरती की संध्या में दीपोत्सव मुख्य आकर्षण का केन्द्र रहा। इस दीपोत्सव में सिंगार तीर्थ स्थल के पावन तट पर लगभग 1100 दीपक जलाए गए। इस समापन समारोह पर दीपोत्सव का यह दृश्य अदभुत और मनमोहक रहा।
अजय कुमार ने श्री राधा कृष्ण मंदिर सिंगार तीर्थ स्थल पर आयोजित गीता जयंती समारोह में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि भगवान श्रीकृष्ण ने कुरुक्षेत्र की भूमि पर महाभारत के युद् के बीच एक ऐसा शांति का संदेश दिया जो आज गीता उपदेश नाम से पूरे विश्व को प्रकाशमय कर रहा है। इस पवित्र ग्रंथ गीता में जीवन जीने का सार वर्णित किया गया है।
महाभारत का युद्ध धर्म की स्थापना के लिए था, उस युद्ध के दौरान अर्जुन ने जब अपने ही परिवार के लोगों को सामने दुश्मन के तौर पर देखा तो उन्होंने अपना गांडीव एक तरफ रख दिया और कहा कि हे कृष्ण भगवान मैं यह युद्ध करने में असमर्थ हूं । तब भगवान श्री कृष्ण ने अर्जुन को गीता का उपदेश दिया और इस प्रकार गीता का जन्म हुआ।उन्होंने बताया कि श्री कृष्ण ने अर्जुन को धर्म की सही परिभाषा समझाई उसे निभाने की ताकत दी उन्होंने कहा कि श्रीमद् भागवत गीता आज मनुष्य जाति को उसका कर्तव्य एवं अधिकार का बोध करवाती है।
उन्होंने सरकार की ओर से जिला स्तर पर गीता जयंती महोत्सव का आयोजन करने पर सरकार का आभार जताया और कहा की ऐसे आयोजनों से गीता का संदेश जन-जन तक पहुंचेगा । इस अवसर पर अतिरिक्त उपायुक्त आनंद शर्मा, खंड पुन्हाना की एसडीएम मनीषा शर्मा व श्री राधा कृष्ण मंदिर सिंगार की समिति के सदस्य भी उपस्थित रहे ।
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