नूंह जिले में शिक्षा व्यवस्था को बेहतर करने के लिए मेवात इंजीनियरिंग कॉलेज, पल्ला में 30 से अधिक मौलानाओं(धर्मगुरुओं) के साथ दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन
यूनुस अलवी
नूंह/मेवात
आकांक्षी जिला सहभागिता कार्यक्रम के अंतर्गत कैवल्य एजुकेशन फाउंडेशन ने नूंह जिले में शिक्षा व्यवस्था को बेहतर करने के लिए मेवात इंजीनियरिंग कॉलेज, पल्ला में 30 से अधिक मौलानाओं(धर्मगुरुओं) के साथ दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया। इस कार्यशाला में जिले की शिक्षा को बेहतर करने के लिए फेथ लीडर्स से ग्रुप डिस्कशन किया गया।
कार्यशाला के प्रथम दिन कुसुम मलिक ने एफ़एलएन ,बालिका साक्षरता ,धर्मगुरुओं की शिक्षा मे भूमिका आदि विषयों पर चर्चा की | कैवल्य फ़ाउंडेशन टीम द्वारा नूह मे अब तक किए गए कार्य को प्रस्तुतीकरण किया | इसके बाद बच्चों के सीखने के बेहतर बनाने के लिए शिक्षकों के साथ ,बच्चों के साथ ओर समुदाय के साथ क्या क्या कार्य किए जा सकते है ,उसको लेकर समूह चर्चा ओर प्रस्तुतीकरण किए गए | कार्यशाला के दूसरे दिन राष्ट्रिय शिक्षा नीति 2020 और समुदाय मे शिक्षा की जागरूकता व गुणवत्ता के प्रयासो पर विचार विमर्श किया गया |
इस कार्यशाला में निर्णय हुआ की समुदाय को जागरूक करके उन्हें इन थीम से जोड़ना जरूरी है। इसकी शुरुआत समुदाय में मोहल्ला क्लास के रूप में शुरू करने का फैसला हुआ है। प्रतिभागियों ने सक्रिय रूप से अपने सुझाव एवं सवाल वक्ता के साथ साझा किए।
मेवात इंजीनियरिंग कॉलेज, पल्ला के निदेशक ने अपने संबोधन में साझा किया कि वे अपनी बच्चे को दीनी एवं दुनियाबी शिक्षा दिला रहे हैं। वर्तमान समय में शिक्षा के दोनो रूपों को बच्चों को देने की आवश्यकता है, एक उसका चरित्र निर्माण करती है और दूसरा उसे जीवन जीने के लिए संसाधन की जरूरत को पूरा करता है। कार्यशाला मे नूह जिले के 30 धर्मगुरु और कैवल्य एडुकेशन फ़ाउंडेशन से नफीस जी ,मसूद जी , नरेंद्र शर्मा ,रियाज अहमद , अब्दुल कादिर,चन्दन वर्मा ,प्रज्ञा राय , विशाल ,पुजा ,दुर्गेश आदि टीम सदस्यों ने भागीदारी की |
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