मेवात में बोले राहुल गांधी नफरत के बाजार में मोहब्बत की दुकान खोलने चला हूं –
-भारत जोड़ो यात्रा मेवात पहुंची
यूनुस अलवी
नूंह/मेवात
बुधवार को राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा राजस्थान से हरियाणा में मुंडका बॉर्डर से प्रवेश की। इस मौके पर उनका हरियाणा के पूर्व मुख्य मंत्री भूपेंद्र सिंह हुडडा, जय राम रमेश, सुरजेवाला, सेल्जा, किरण चौधरी, प्रदेश अध्यक्ष उदय भान, विधायक आफताब अहमद, विधायक मामन खान सहित कांग्रेस के बड़े नेताओं ने उनका जोरदार स्वागत किया।
राहुल गांधी ने दोहा गांव के मुंडका बॉर्डर पर एक विशाल जनसभा को संबोधित किया। राहुल गांधी ने कहा कि आप कड़ाके की ठंड में हमारी बात सुनने आए हैं, इसलिए आपका दिल से धन्यवाद करता हूं। उन्होंने कहा कि एक नेता मुझे तपस्वी बता रहे थे। मैं देश का तपस्वी नही हूं, मैंने कुछ बड़ा काम नहीं किया है।
इस देश में मुझसे बड़े करोड़ों तपस्वी हर रोज सुबह उठकर खेतों में काम करते हैं। मजदूरी करते हैं और इन सड़कों पर पूरी जिंदगी चलते हैं। यह कोई बड़ा काम मैंने नहीं किया है। हम कन्याकुमारी से कश्मीर चल दिए हैं। इससे बड़ा काम इस देश के गरीब लोग किसान, मजदूर, छोटे दुकानदार सब करते हैं।
राहुल गांधी ने कहा कि सड़कों पर चलने से बहुत कुछ सीखने को मिला जो शायद गाड़ी में, हवाई जहाज में, हेलीकॉप्टर में सीखने को नहीं मिलता है। राहुल ने कहा कि यात्रा कन्याकुमारी से श्रीनगर में हिंदुस्तान के तिरंगे को हम लहरा कर छोड़ेंगे। कोई भी शक्ति इस यात्रा को नहीं रोक सकती है। इसका कारण है। यात्रा कांग्रेस पार्टी की नहीं है, यह लोग चल रहे हैं। मगर यात्रा हिंदुस्तान के गरीब मजदूरों के किसानों की है। छोटे दुकानदारों की है और जो करोड़ों बेरोजगार युवा हैं। यात्रा उनकी है।
राहुल गांधी ने कहा कि मुझसे बीजेपी के नेताओं ने पूछा की यात्रा की क्या जरूरत है। कन्याकुमारी से कश्मीर तक चलने की तो मैंने जवाब दिया। आपकी नफरत के बाजार में मोहब्बत की दुकान खोल रहे हैं। कांग्रेस नेता ने कहा यह काम कांग्रेस पार्टी ने किया है, जब भी यह लोग इस देश में धरती में नफरत फैलाने निकलते हैं। एकदम हमारी विचारधारा के लोग बाहर निकलकर मोहब्बत और प्यार फैलाना शुरू कर देते हैं।
राहुल गांधी ने कहा कि यह कोई नई लड़ाई नहीं है। यह लड़ाई आज की लड़ाई नहीं। हजरों साल पुरानी लड़ाई है। इसमें दो विचारधाराएं हैं। एक विचारधारा जो चुने हुए लोगों को फायदा पहुंचाती है और दूसरा जो जनता की आवाज है। मगर इस लड़ाई में कांग्रेस पार्टी का आज रोल है। हम सब का रोल है, इसलिए हमने यात्रा शुरू की है। सीखने को यात्रा से बहुत कुछ मिला। लंबे भाषण नहीं देते हैं। सुबह 6 बजे यात्रा शुरू होती है। आमतौर से प्रतिदिन 6 – 7 घंटे चलते हैं।
आजकल नेताओं को आदत हो गई है। मैं हर पार्टी की बात कर रहा हूं। कांग्रेस,भाजपा, समाजवादी सब की बात कर रहा हूं। नेता और जनता के बीच में खाई बन गई है। नेता से जनता की बात सुनने की जरूरत नहीं है, जो लंबे भाषण देते हैं। इस यात्रा ने उस कल्चर को बदलने की कोशिश की है। राहुल गांधी ने कहा कि सारे के सारे नेता किसानों की, मजदूरों की, युवाओं की, माताओं की, बहनों की, छोटे दुकानदारों की, छोटे उद्योग पतियों की बात चलते हैं। साथ 7 घंटे चलने के बाद धक्के खाने के बाद हम 15 मिनट का भाषण देते हैं।
हिंदुस्तान की राजनीति करने का तरीका है। मुझे खुशी है कि राजस्थान के मुख्यमंत्री और प्रदेशअध्यक्ष ने फैसला लिया है कि महीने में एक बार राजस्थान की कैबिनेट के सब नेता 15 किलोमीटर चलकर उनकी बात सुनकर काम करेंगे कि हमारी सरकार है। खड़गे जी को कहा कि कांग्रेस पार्टी की सरकार बने हमारे को कम से कम 1 दिन महीने में उन सड़कों पर धक्के खाने चाहिए। नफरत के खिलाफ यात्रा जरूर है। मगर दो बड़े मुद्दे हैं, जिसे हिंदुस्तान को बहुत चोट पहुंच रही है। दर्द हो रहा है, सबसे बड़ी बेरोजगारी। इन सड़कों पर हजारों युवा मेरे पास आए हैं। किसी ने इंजीनियरिंग की, डॉक्टर बनना चाहता है इस यात्रा में शामिल होना चाहता है। जब मैं उनसे पूछता हूं कि भाइयों – बहनों क्या करते हैं तो जवाब मिलता है उधर मजदूरी कर रहा हूं। ऐसा हिंदुस्तान हमें नहीं चाहिए।
उन्होंने कहा कि 5 लोग जो करना चाहते हैं, वह कर लेते हैं। अरबपति हैं, लाखों – करोड़ों जो करना है कर लेते हैं और एयरपोर्ट,पोर्ट जो चाहे वह कर लेते हैं। नोटबंदी और जीएसटी छोटे व्यापारियों को मारने के हथियार हैं। राहुल गांधी ने कहा हिंदुस्तान के सबसे अमीर दो, तीन, चार लोगों को हिंदुस्तान का पूरा का पूरा धन पकड़ा दिया जाए नतीजा यह है क्या यह देश अपने युवाओं को रोजगार नहीं दे पा रहा है तीसरा मुद्दा महंगाई है। उन्होंने कहा कि आज 1200 रुपए का गैस सिलेंडर मिलता है। पेट्रोल और डीजल के दाम भी आसमान छू रहे हैं। राहुल गांधी ने कहा कि मैं जब सुबह चलता हूं और शाम को रुकता हूं तो मेरे चेहरे पर उसी तरह की रौनक होती है। कोई थकान नजर नहीं आती। राजस्थान के नेता करीब 17 दिन मेरे साथ यात्रा में चले हैं, हरियाणा के नेताओं को भी 3 दिन मेरे साथ इस यात्रा में चलना है।
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