महताब अहमद की अध्यक्षता में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने मनाया स्थापना दिवस
यूनुस अल्वी
नूंह/मेवात
पीसीसी सदस्य चौधरी महताब अहमद की अगुवाई में जिला कांग्रेस मुख्यालय नूंह पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस का स्थापना दिवस मनाया।
इस दौरान महताब अहमद ने कांग्रेस का ध्वजारोहण करते हुए कांग्रेस पार्टी के इतिहास व योगदान पर रौशनी डाली।
महताब अहमद ने कहा कि भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस, कांग्रेस की स्थापना ब्रिटिश राज में 28 दिसंबर 1885 को हुई थी। इसके संस्थापकों में ए॰ ओ॰ ह्यूम (थियिसोफिकल सोसाइटी के प्रमुख सदस्य), दादा भाई नौरोजी और दिनशा वाचा शामिल थे।
19वीं सदी के आखिर में और शुरूआत से लेकर मध्य 20वीं सदी में, कांग्रेस भारतीय स्वतन्त्रता संग्राम में, अपने 1.5 करोड़ से अधिक सदस्यों और 7 करोड़ से अधिक प्रतिभागियों के साथ, ब्रिटिश औपनिवेशिक शासन के विरोध में एक केंद्रीय भागीदार बनी। कांग्रेस पार्टी व उसके नेताओं का देश की आजादी में विशेष योगदान रहा ।
महताब अहमद ने बताया कि विभिन्न प्रांतो के राजनीतिक एवं सामाजिक विचारधारा के लोग एक मंच पर एकत्रित हुए। यह राजनीतिक एकता एक संगठन में तब्दील हुई, जिसका नाम ‘कांग्रेस’ रखा गया। कांग्रेस एक पार्टी नहीं बल्कि विचारधारा है जिसमें देश के सभी धर्मों व वर्गों के हित सुरक्षित हैं। उन्होंने कहा आज ऐसी शक्तियां देश पर हावी हैं, जिनका लक्ष्य लोकतांत्रिक, धर्मनिरपेक्ष भारत के बजाए कुछ और है और जो भारत के बहुलतावादी चरित्र को ही खत्म करना चाहती हैं। जबकि भारत विभिन्न धर्मो, संस्कृतियों, भाषाओं और समाजों का ऐसा सुंदर गुलदस्ता है, जिसमें एक साथ कई फूल खिलते हैं, कई रंग दमकते हैं।
महताब अहमद ने कहा कि उन्हें श्रीमती सोनिया गांधी जी तथा श्री राहुल गांधी एवं श्रीमती प्रियंका गांधी के रूप में कांग्रेस के नेतृत्व पर गर्व है, जिनका संकल्प देशहित में सेवा-भाव से काम करना है। अडिग संकल्प, स्पष्ट दिशा और मजबूत इरादों के साथ वर्तमान परिस्थितियों में कांग्रेस को मदांध सत्ता की चुनौती के सामने खड़ा होना है, ताकि आने वाले समय में हमारी नीतियों, सिद्धांतों और कार्यक्रमों की वजह से समाज के सभी वर्गों का विश्वास और समर्थन कांग्रेस को हासिल हो।
इस दौरान शरीफ अडबर पीसीसी सदस्य, हाजी सहाबू केराका, शमशू रेहना, साजिद सरपंच सलम्बा, नजाकत सरपंच रेहना, वहीद सलम्बा, सुख्खी चेयरमैन, मदन तंवर, जक्की सलम्बा, पंडित जुगल, रुक्कू रानिका, मायाराम छछेरा, भगत सिंह छपेरा, अजमत दिहाना, कायम दिहाना, रमजान आजादपुर, मक़सूद अडबर, साहुन रानिका, हबीब दिहाना, अख्तर सलम्बा, रोबिन कंवरसिका, अमज़द कंवरसिका, शाहिद पतरिया, शमीम चंदेनी, फखरू कुरैशी नूह, हाजी बशीर सलाहेडी, अब्बास फिरोजपुर नमक सहित कांग्रेस के सभी इकायों के प्रतिनिधी शामिल थे।
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