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पीला सोना को लहराता देख किसानों के खिले चेहरे =पीला सोना यानी सरसों की फसल की मेवात में बंपर होने की संभावना =नूंह जिला में 83 हजार एकड़ में बोई गई है सरसों की फसल

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पीला सोना को लहराता देख किसानों के खिले चेहरे

=पीला सोना यानी सरसों की फसल की मेवात में बंपर होने की संभावना

=नूंह जिला में 83 हजार एकड़ में बोई गई है सरसों की फसल

 

यूनुस अलवी

नूंह/हरियाणा 

नूंह जिला कृषि प्रधान इलाका है। यहां पर पानी की कमी के चलते अधिकतर किसान सरसों और गेहूं के फसल की बिजाई करते हैं इस बार नूंह जिला के किसानों ने करीब 83100 एकड़ क्षेत्रफल में अकेले सरसों की बिजाई की गई है। खेतों मैं लहराते फसल को देखते हुए किसानों के चेहरे खिले हुए हैं उम्मीद करते हैं कि इस बार निरोगी फसल पकने से उन्हें काफी फायदा हो सकेगा। वही है पिछले 3 दिन से नूंह इलाके में पड़ रहे कोहरे के कारण सरसों की बिजाई करने वाले किसान परेशान है। कोहरा अधिक दिन तक बढ़ता रहा तो इससे सरसों की फसल को नुकसान हो सकता है।

वही जिले में सर्दी बढ़ने से सरसों और गेहूं की फसल पर रौनक आ गई है। जिससे बेहतर पैदावार होने के आसार बन गए हैं।

बता दें कि नूंह जिले में इस बार करीब 83100 एकड़ भू-भाग पर सरसों की फसल उगाई गई है। जबकि कई हजार हेक्टयर में गेंहू की फसल की भी बिजाई की गई है। फिलहाल बढ़ती ठंड के साथ अब खेतों में फसल लहलहाती नजर आने लगी है। किसान दिन रात मेहनत कर अपनी जमीन को सींचकर अच्छी पैदावारी की उम्मीद लगाए बैठे हैं। वहीं रात्रि में आवारा पशुओं व जीव जंतुओं से भी किसानों को नुकसान हो रहा है। ऐसे में किसान अपनी फसल की सुरक्षा करने के लिए रात्रि में खेतों पर विश्राम करते देखे जा रहें हैं।

किसानों को इस बार अच्छी पैदावारी की आस लगी है। निश्चित ही इस समय पड़ रही ठंड फसलों के लिए काफी फायदेमंद है। सरसों की फसल पर पीले फूल आए हुए हैं। जबकि अगेती फसल में दाने पकने शुरू हो गए हैं।

 

क्या कहते हैं अधिकारी

कृषि विभाग के उपमंडल अधिकारी अजीत सिंह ने बताया कि फिलहाल कोहरे से सरसों और गेहूं की फसल को कोई नुकसान नहीं है अगर ज्यादा कोहरा पड़ता है तो जब सरसों में फली आएगी तब नुकसान हो सकता है। फिलहाल सरसों की फसल को कोहरे का कोई नुकसान नहीं है। उन्होंने बताया की फिर भी अगर अधिक कोहरा पड़ता है तो

जहां पानी की कमी है तो किसान हल्का पानी लगाएं। पाला पड़ने पर खेत की मेड़ पर आग जलाकर रखें। इससे वहां के तापमान में कमी दर्ज होगी। अन्य जानकारी के लिए क्षेत्रीय किसान संबंधित कार्यालयों में जाकर कृषि अधिकारी से जानकारी लें सकते हैं। उन्होंने माना फिलहाल मेवात में सरसों, गेहूं आदि की फसल निरोगी हैं।

 

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