गैंगस्टर बिंदर गुर्जर के मकान पर प्रशासन ने चलाया बुलडोजर
भोंडसी जेल में बंद है गैंगस्टर, भारी पुलिसबल की मौजूदगी में की कार्रवाई
ख़बर हक
गुरुग्राम
गुरुग्राम भारी पुलिस बल के साथ जिला प्रशासन ने गैंगस्टर बिंदर गुर्जर के शक्ति पार्क स्थित मकान पर बुलडोजर चला दिया। हत्या, हत्या का प्रयास, लूट, डकैती व गिरोहबंदी के 29 मामलों में आरोपी बिंदर गुर्जर की एक प्रॉपर्टी को पुलिस प्रशासन ने ध्वस्त कर दिया।
गैंगस्टर बिंदर फिलहाल भोंडसी जेल में बंद है। बिंदर को अक्तूबर 2019 में पुलिस ने उस समय गिरफ्तार किया था, जब वह निर्दलीय प्रत्याशी के लिए वोट की अपील कर रहा था। इसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे डाल दिया। इसके बाद वह जेल से बाहर नहीं आया। बिंदर पर संदीप गाडीली एनकाउंटर में पुलिस से मिलीभगत करने का भी आरोप गाडौली के परिजनों ने लगाया था जिस पर मुंबई पुलिस ने बिंदर से जेल में पूछताछ भी की थी। पूर्व पार्षद बिंदर गुर्जर करीब एक दशक तक गैंगवार में शामिल रहा पूर्व पार्षद बिंदर गुर्जर : पूर्व पार्षद बिंदर गुर्जर करी
गैगस्टर के चाचा के नाम पर प्रॉपर्टी
गैंगस्टर का भतीजा सागर गुर्जर मौके पर मौजूद था। उसका कहना था कि निगम की ओर से नोटिस मिलने के बाद सभी कागजात विभाग में जमा करा दिए थे। निगम ने डेयरी खाली करने का आदेश दिया था। डेयरी भी यहां से हटा दी है। प्रशासन जिस प्रॉपर्टी को गैंगस्टर की बता रहा है वह उनकी नहीं है। उनके भाई के नाम पर है।
एक दशक तक गैंगवार का पर्याय बना रहा। बिंदर गुर्जर का संदीप गाडौली व गैंगस्टर कौशल के बीच टकराव बना रहता था। बिंदर गुर्जर पर प्रॉपर्टी डीलर राजीव शेट्टी उर्फ राजू की हत्या का आरोप लगा था। इसके अलावा बिंदर पर संदीप गाडौली के एनकाउंटर में भी पुलिस
इस हमले के बाद भी वह बच गया था। इसके अलावा बिंदर के भतीजे अशोक की भी गैंगवार में गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई थी जबकि बिंदर गुर्जर पर संदीप गाडौली के नजदीकी मनीष खुराना पर अर्जुन नगर में हमला करने का भी आरोप लगाया गया था।
निर्दलीय प्रत्याशी के लिए वोट मांगना पड़ा भारी गुरुग्राम विधानसभा सीट से निर्दलीय प्रत्याशी के पक्ष में वोट की अपील करते हुए सभा के दौरान सरकार पर निशाना साधना गैंगस्टर बिंदर गुर्जर को भारी पड़ गया था। कमिश्नरेट की पुलिस ने शांति भंग करने के शक में एहतियात के तौर पर बिंदर को पकड़कर जेल भेज दिया था।
बिना नक्शा पास कराए बना था भवन निगम के जेई मोहित राणा दस्ते के साथ मौके पर मौजूद थे। उनका कहना है कि भवन की शिकायत निगम को मिली थी जिसकी जांच के बाद पता चला कि यह भवन बिना नक्शे के बना हुआ है। दस्ते ने नोटिस जारी करने के
से मिलीभगत कर हत्या को अंजाम देने का आरोप लगाया गया था। इससे पहले बिंदर के भाई मनीष की गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई थी। यही नहीं बिंदर गुर्जर पर भी निगम चुनाव के प्रचार के दौरान गोलियां बरसाई गई थीं जिसमें बिंदर को तीन गोलियां लग गई थी लेकिन बाद इसे तोड़ा है।
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