यूनुस अलवी
मेवात:
नीति आयोग द्वारा चलाए जा रहे आकांक्षी जिला कार्यक्रम के अंतर्गत नूंह जिले के तावडू खण्ड में आज कैवल्या एजुकेशन फाउंडेशन के द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में विकास के लिए चयन किए गए 20 प्राथमिक विद्यालयों (डेमो स्कूल) के हेड मास्टर के साथ एक दिवसीय क्षमता निर्माण कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत सभी प्रतिभागियों को निपुण भारत अभियान शपथ दिला कर किया गया। कार्यशाला का प्रमुख उद्देश्य विद्यार्थियों के सीखने का प्रतिफल बढ़ाने के लिए विद्यालय में साकारात्मक वातावरण बनाने में हेड मास्टर के दायित्व एवं क्षमता निर्माण हेतु कार्यशाला का आयोजन। कार्यशाला में तावडू खण्ड के खण्ड शिक्षा अधिकारी नरेश कुमार ने उपस्थित सभी हेड मास्टर को संबोधित करते हुए कहां की पिछले एक साल से कैवल्या एजुकेशन फाउंडेशन की पूरी टीम मेवात के शिक्षा व्यवस्था में साकारात्मक परिवर्तन लाने के उद्देश्य से शिक्षा विभाग के साथ मिलकर निरंतर बेहतर कार्य कर रही है। आप सभी भी इस कार्यशाला में पूरे मन से प्रतिभाग करें और इनके द्वारा बताएं गए जानकारी को समझे और उन्हें अपने विद्यालयों में लागू करें। कार्यशाला में हेड मास्टरों के लिए बेहतर इंतेजाम देखकर खण्ड शिक्षा अधिकारी ने कैवल्या एजुकेशन फाउंडेशन की पूरी टीम का धन्यवाद ज्ञापित भी किया। कार्यशाला में कैवल्या एजुकेशन फाउंडेशन के प्रोग्राम मैनेजर रियाज़ मीर ने संस्था का परिचय देते हुए सभी उपस्थित हेड मास्टरों का स्वागत किया वहीं प्रोग्राम लीडर प्रज्ञा राय ने संस्था द्वारा अब तक किए गए कार्यों को साझा करते हुए, गांधी फेलो के स्कूल स्तर पर दायित्व को स्पष्ट किया।
प्रोग्राम लीडर चंदन वर्मा ने मानव स्वभाव में विकास की मानसिकता और तय मानसिकता के बीच अंतर बताते हुए सभी हेड मास्टरों से बेहतर नेतृत्व के लिए विकास की मानसिकता के साथ कार्य करने की महत्वता पर अपनी बात रखी, वहीं गांधी फेलो विशाल जोशी ने तावडू खण्ड की आधारभूत मूल्यांकन रिपोर्ट साझा करते हुए विद्यार्थियों के सीखने के प्रतिफल को बेहतर करने के उद्देश्य से उदाहरण के तौर पर कुछ कार्यपत्रक भाषा एवं गणना से संबंधित साझा किया।
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