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मेवात के जयसिंहपुर निवासी सीआरपीएफ कमांडेंट मोहम्मद खालिद को मिला *होम मिनिस्टर स्पेशल ऑपरेशन मेडल*

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मेवात के जयसिंहपुर निवासी सीआरपीएफ कमांडेंट मोहम्मद खालिद को मिला *होम मिनिस्टर स्पेशल ऑपरेशन मेडल*
नक्सलियों के खिलाफ अभियान चलाने पर मिला सम्मान
2022 में भी राष्ट्रपति द्वारा पीएमजी मेडल सम्मानित किया जा चुका है
मोहम्मद खालिद को सम्मान मिलने से मेवात में खुशी की लहर
जल्दी ही एक समारोह में खालिद को इस सम्मान से नवाजा जायेगा।

फोटो मोहमद खालिद खान को गत वर्ष 2022 सम्मानित करते केंत्रीय राज्य गृह मंत्री

फोटो मोहम्मद खालिद को सीआरपीएफ के आईजी बेस्ट ऐडम बटालियन ट्रॉफी से सम्मानित करते हुए

फोटो नक्सलियों से बरामद किए गए हथियार और गोला बारूद

यूनुस अलवी
नूंह (मेवात)

मेवात के नूंह जिला के गांव जयसिंहपुर निवासी मोहम्मद खालिद खान को नक्सलियों के खिलाफ अभियान चलाने पर *होम मिनिस्टर स्पेशल ऑपरेशन मेडल* के लिए चयनित किया गया है। सीआरपीएफ में कमांडेंट मोहम्मद खालिद की टीम और अन्य 8 टीमों को भी इस सम्मान के लिए चयनित किया गया है। जल्दी सभी टीमों को भारत सरकार की और मेडल से सम्मानित किया जाएगा। इससे पहले मोहम्मद खालिद खान को वर्ष 2022 में भारत के राष्ट्रपति द्वारा पीएमजी मेडल द्वारा सम्मानित किया जा चुका है। वही सीआरपीएफ की ओर से भी खालिद को 2022 और 2023 ने बेस्ट ऐडम बटालियन ट्रॉफी से सम्मानित किया जा चुका है। मोहम्मद खालिद खान की इस कामयाबी से मेवात और उनके गांव में खुशी की लहर है।

सीआरपीएफ कमांडेंट मोहम्मद खालिद खान ने बताया की बूढ़ा पहाड़ जो करीब 55 वर्ग किलोमीटर के एरिया में फैला है, जहां पिछले 32 सालों से नक्सलियों का दावा था कि झारखंड छत्तीसगढ़ के जंगलों से घिरा इलाका उनका (नक्सलियों) का अमेघदुर्ग है। लेकिन उनकी और अन्य 9 टीमों ने मिलकर इस अमेघदुर्ग को तोड़ दिया। एक स्पेशल ऑपरेशन के दीवान जहां पर भरी मात्रा में हथियार और गोला बारूद बरामद कर कई इनामी नक्सलियों को गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की है।
उन्होंने बताया की बूढ़ा पहाड़ पर आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र छतीसगढ़, पश्चिम बंगाल, बिहार और झारखंड के टॉप लीडर और रणनीतिकार पनाह लिया करते थे। माओवादियों के पोलित ब्यूरो और सेंट्रल कमेटी के अ उर्फ देवकुमार सिंह, सुधाकरण मिले सही विवेक आर्या मृत्युजय खरवार नवीन यादव प्रमोद मिश्रा विमल यादव सहित कई बड़े लीडरों का गढ़ माना जाता था।

बूढ़ा पहाड़ पर नक्सलियों द्वारा कर शस्त्रागार स्थित में साथ ही नक्सलियों द्वारा ट्रेनिंग कंप भी चलाए जाते थे जिसे सिविल पुलिस और सुरक्षा बलों को बूढ़ा पहाड़ पर नक्सल ऑपरेशन अंजाम देने में हमेशा नुकसान होने की संभावना बनी रहती थी।

पहाड़ इलाके को नक्सलियों से मुक्त कराने के लिए सबसे बड़ा अभियान वर्ष 2018 में चलाया गया था. लेकिन नक्सलियों ने बारूदी सुरंगों से बूढ़ा पहाड़ की और बढ़ रहे सुख्खा बलों के 06 जवानों को शहीद कर दिया. साथ ही पहाड़ तक पहुंचने एवं निकलने वाले हर रास्ते पर आईईडी बम रखे गए थे।

कमांडर 203 COBRA नाट 205 COBRA

वर्ष 2022 दिनांक 18/08/2022 से मोहमद खालीद खान, कमाडेण्ट- 2181 के नेतृत्व में बूढ़ा पहाड़ के एरिया में संयुक्त ऑपरेशन (Ops Clean Sweep) शुरू किया गया जिसमे 62/112/172/218 वाहिनी सीआरपीएफ एवं 203/205 कोबरा बटा०, जगुआर एसॉल्ट ग्रुप के जावानी एवं अधिकारीया शामिल रहे। जोकि खराब मौसम के बावजूद भी ऑपरेशन सफल रहा।

दिनांक 07/09/2022 को पुन मोहम्मद खालीद खान, कमांडण्ट 218 के नेतृत्व मे बूढ़ा पहाड एरीया में संयुक्त ऑपरेशन ऑक्टोपस शुरू किया गया। जिसमे झारखंड और छत्तीसगढ़ पुलिस, सीजारपीएफ, जगुआर एसॉल्ट ग्रुप, आईआरबी और कोबरा बटालियन के जवान शामिल रहे जिसमे भारी वर्षा होने के बावजूद भी एफ०ओ०बी कॅम्प तिसिया, नावादोली एवं पुनदाग में स्थापित किए गये एवं बूढ़ा नदी पर जवानों एवं साजो समान के आवागमन हेतु सीआरपीएफ एवं लातेहार पुलिस द्वारा अस्थाई पुल का निर्माण रातो-रात किया गया। इसी क्रम मे बूढ़ा पहाड़ इलाके में लगातार अभियान जारी रखा गया एवं 2617 किलो आईईडी, 06 रायफल, 42 नग ग्रेनेड़ के अलावा विस्फोटक सामग्री, नक्सली साहित्य, संचार क उपकरण, नक्सलियों की यूनिफॉर्म भी भारी मात्रा में बरामद की गई।

उन्होंने बताया की वर्तमान में बूढ़ा पहाड़ इलाके लगातार चल रहे ऑपरेशन के कारण आखिरकार कमजोर पड़ते नक्सली पहाड़ की चोटी से भाग निकले है और फरार नक्सलियों को पकड़ने के लिए सिविल पुलिस सुरक्षा बलो के संयुक्त ऑपरेशन प्रतिदिन जारी है।

इसके अतिरिक्त तिसिया, नवाटोली एवं बूढ़ा पहाड़ के इलाके में सीआरपीएफ द्वारा सिविक एक्शन प्रोग्राम भी चलाया जा रहा है। जिससे वहाँ की स्थानीय एवं गरीब जनता को लाभ भी मिल रहा है तथा पुलिस-पब्लिक रिलेशन एवं तालमेल भी निरन्तर अच्छा हो रहा है तथा लोगों को मुख्यधारा से जोड़ने का पूरा प्रयास किया जा रहा है।

आपको बता दे की उपरोक्त सफल अभियान एवं कुशल नेतृत्व के लिए मोहम्मद खालीद खान, कमांडण्ट 218 को केंद्रीय गृहमंत्री विशेष ऑपरेशन पदक, डीजी डीस्क (गोल्ड), डीजी डीस्क (सिल्वर), आई.जी. कमंडेशन पत्र, डी. आई.जी. कमडेशन पत्र एवं प्रशंसा पत्र प्रदान किया गया।

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