एक विधवा के बकाया 10 हजार रूपये मंत्री ने अपनी जेब से भरकर जीता लोगों का दिल
• नूंह ग्रेवेंस कमेटी में चेयरमैन ने दिए कई मामलों की जांच के आदेश
• मंत्री ने उजीना जमीन विवाद और नूंह नगर परिषद के लेखा जोखा की जांच डीसी को सौंपी।
यूनुस अलवी
नूंह/मेवात
हरियाणा के पंचायत मंत्री व मेवात ग्रीवेंस कमेटी के अध्यक्ष देवेंद्र बबली बृहस्पतिवार को नूंह पहुंचे। नूंह के मिनी सचिवालय स्थित मीटिंग हॉल में आयोजित ग्रीवेंस कमेटी की बैठक में पंचायत मंत्री के सामने 15 शिकायते सुनवाई के लिए रखी गई। जिनमे से 7 का मौके पर ही निपटारा कर दिया गया जबकि 6 को पेंडिग रखा गया था दो शिकायतों की जांच के आदेश दिए हैं। वही चेयरमैन ने नूंह नगर परिषद के लेखा जोखा के रिकॉर्ड की जांच और उजीना जमीन विवाद की जांच नूंह डीसी धीरेंद्र खड़गता को सौंपने के आदेश दिए हैं। इतना ही नहीं मंत्री ने एक विधवा के बकाया 10 हजार रूपये अपनी जेब से भरकर मीटिंग होल में बैठे लोगो का दिल जीत लिया। हाल में बैठे लोगो और अधिकारियों ने ताली बजाकर मंत्री देवेंद्र बबली का आभार जताया।
दर असल फिरोजपुर झिरका खंड के गांव नावली निवासी जुबेदा पत्नी इसाक ने शिकायत लगाई की उसकी बुढ़ापा पेंशन 2017 को अचानक बंद कर दी गई थी। महिला ने दी शिकायत में बताया कि उसकी जन्म तिथि 9 अगस्त 1955 है उसके बावजूद भी उसकी पेंशन रोक दी गई इतना ही नहीं कम आयु बताकर उस पर 10400 से ज्यादा का जुर्माना लगाकर पेंशन बंद कर दी गई। जब यह मामला ग्रीवेंस कमेटी में अध्यक्ष एवं पंचायत मंत्री देवेंद्र बबली के सामने आया तो उन्होंने शिकायतकर्ता को अपनी बात रखने के लिए बुलाया लेकिन शिकायतकर्ता बैठक में नही पहुंची। जब मंत्री ने शिकायतकर्ता के ने आने का कारण पूछा तो पता चला कि शिकायतकर्ता के पास इतना भी किराए का पैसा नही था की वह फिरोजपुर झिरका से ग्रीवेंस कमेटी नूंह में अपनी शिकायत की पैरवी कर सके। इसकी जानकारी खुद अधिकारियों ने ही बैठक में दी। इसके बाद पंचायत मंत्री ने कहा कि जिस गरीब के पास नूंह तक आने के किराए के भी पैसे ने हो तो वे बकाया राशी केसे भर सकती है। लिहाजा महिला के बकाया 10400 रुपए खुद मंत्री ने अदा किए और बुजुर्ग महिला की बुढ़ापा पेंशन जल्द से जल्द चालू करने के आदेश दिए। इसके बाद वहां बैठे अधिकारी और लोगों ने तालियां बजाकर मंत्री का धन्यवाद किया।
वही आज की ग्रीवेंस कमेटी में उजिना गांव के तीन भाइयों की जमीन का विवाद भी काफी देर तक गरमाया रहा। पहले इस मामले की एडीसी से जांच कराई गई लेकिन जांच संतुषजनक ने होने और अधिकारियों के जवाब में विरोधाभास पाए जाने पर चेयरमैन देवेंद्र बबली ने इसकी जांच नूंह के डीसी धीरेंद्र खड़गटा को सौंपने के आदेश दिए। इतना ही नहीं मंत्री ने नूंह नगर परिषद के पूरे लेखा जोखा की डीसी को जांच के आदेश दिए हे। वही तावडू में आवास योजना और नूंह में शहीदी पार्क मामला और पुनहाना में पीने के पानी का मामला के भी जांच के आदेश दिए हैं। साथ ही मंत्री देवेंद्र बबली ने आवास योजना के पात्र नए लोगो की सूची बनाकर मंजूरी के लिए सरकार को भेजें और जितनी भी सरकारी योजनाएं चल रही हैं उन सभी का जनता तक प्रचार प्रसार करने के लिए होर्डिंग आदि लगाने के आदेश दिए हैं।
इस मौके पर डीसी धीरेंद्र खड़गता, एसपी नरेंद्र बिजारनीय, जिला प्रमुख जान मोहमद, हरियाणा वल्फ बोर्ड के प्रशासक जाकिर हुसैन, एडीसी रेणु सोगन, भानी राम मंगला, सुरेंद्र देशवाल, पुनहाना, नूंह, तावडू, फिरोजपुर झिरका के एसडीएम और डीएसपी के अलावा अधिकारीगण और ग्रीवेंस कमेटी के सदस्य मोजूद रहे।
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