शहर में कागजों में रखरखाव पर लाखों रुपये खर्च हो गए, लेकिन नही हो रही है सीवर की सफाई
नसीम खान
तावडू :-
शहर में सीवर समस्या शहरवासियों को बेहाल कर रही है। कागजों में रखरखाव पर करोड़ों रुपये खर्च हो गए, लेकिन धरातल पर सीवर की सफाई तक अधिकारी नहीं करवा रहे हैं। शहर में सीवर का दूषित पानी गलियों और सड़कों पर बह रहा है। शहर के कई अन्य हिस्सों में गलियां नाले में तब्दील हो रही हैं। सड़कों पर बह रहे पानी से राहगीरों के साथ ही आसपास के दुकानदार भी परेशान हैं। दूषित पानी के छींटे उनकी दुकान के अंदर तक जा रहे हैं। इससे उनका सामान भी खराब हो रहा है। आए दिन कहीं न कहीं से लोग जन स्वास्थ्य विभाग नगर पालिका कार्यालय में पहुंच रहे हैं, जिनको समाधान का आश्वासन देकर लौटा दिया जाता है। हालात सुधरने के बजाय बिगड़ ही रहे हैं। समाधान को लेकर अधिकारी गंभीर नहीं हैं।
शहर के कई अन्य इलाकों में सीवर समस्या नासूर बन चुकी है। शहर के कई वार्डो में सीवर जाम की भीषण समस्या है। इस कारण लोगों को तो परेशानी हो ही रही है, साथ ही विभाग को भी दिक्कत का सामना अनावश्यक तरीके से करना पड़ रहा है। इसी कड़ी में शहर के शिवनगर वार्ड नंबर 7 में कई माह से शिवनगर हाल टूटा पड़ा है जिससे किसी भी वक्त बड़ा हादसा हो सकता है। इसी के साथ वार्ड नंबर 2 बाला पीर कॉलोनी में भी कई माह से सीवर का ढक्कन टूटा पड़ा है। जिसके चलते छोटा बच्चा उसे फेवर में कभी भी गिर सकता है वही इसी के साथ वजनी गाड़ी भी सीवर के ऊपर चढ़ने से किसी भी वक्त पलट सकती है और उसे एक बड़ा हादसा हो सकता है। शहर के कई वार्डों में सीवर के ढक्कन टूटे पड़े हैं और कई महीनो से सीवर भी जाम की समस्या बनी हुई है। जिससे लोगों में संबंधित विभाग को कई बार शिकायत भी दी जा चुकी है लेकिन समस्या का कोई समाधान नहीं हो पा रहा है जिसके चलते लोगों में संबंधित विभाग के प्रति रोष व्याप्त है।
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