गांव का असल अधिकारिक अथॉरिटी सरपंच ही होता है – सीईओ जिला परिषद
• सीईओ प्रदीप अहलावत ने ली सरपंचों की बैठक
-गांवों का विकास करने व साफ-सफाई पर ध्यान देने का किया आह्वान
यूनुस अलवी,
नूंह,
जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी प्रदीप अहलावत ने बुधवार को खंड नगीना के गांवों से संबंधित सरपंचों की बैठक खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी कार्यालय नगीना में ली। उन्होंने सरपंचों को सरकार की योजनाओं को धरातल पर लागू करने व पंचायती राज संस्थाओं के संबंधित नियमों आदि के बारे में उन्हें जागरूक किया।
इस बैठक में सरपंचों के विश्वकर्मा पोर्टल पर अपनी आईडी और पासवर्ड तैयार किए गए।
प्रदीप अहलावत ने कहा कि भारतीय लोकतंत्र में सरपंच पद बहुत ही महत्वपूर्ण है, क्योंकि कोई भी व्यक्ति या संस्था के रूप में कार्य करने के लिए गांव के सरपंच का सहयोग लिए बगैर कार्य नहीं कर सकता। असल अधिकारिक अथॉरिटी सरपंच ही होता है। सरपंच गांव का मुख्य प्रतिनिधि होता और इसी नाते उसको चाहिए कि वह अपने गांव के विकास के लिए हरसंभव प्रयास करे। गांव का विकास और हित उसके लिए सर्वोपरि होना चाहिए। गांव का विकास और हित सरपंच का कर्तव्य है। इसके लिए जहां से संसाधन जुटाए जा सकें, जुटाने चाहिए। उन्होंने सरपंचों को हरियाणा पंचायती राज एक्ट, ग्राम पंचायतों के सशक्तिकरण, ग्राम पंचायत की उप समितियों के गठन व कार्यो, विकेन्द्रित नियोजन में ग्राम पंचायतों की भूमिका व पंचायती राज संस्थाओं को सौंपे गए कार्यों के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी। उन्होंने ग्राम पंचायतों को पंचायत समितियों व जिला परिषद के साथ तालमेल कर कार्य करने की भी सलाह दी।
बता दें कि सीईओ प्रदीप अहलावत ने बीते दिन नूंह खंड के सरपंचों की बैठक ली थी और कल 21 को खंड फिरोजपुर झिरका के सरपंचों की बैठक लेंगे। उन्होंने इन बैठकों में सरपंचों से गांवों में साफ-सफाई का भी आह्वान किया?
No Comment.