खूनी सड़क को फोरलेन बनाने के लिए 30 मार्च को नूंह में होगा प्रदर्शन
यूनुस अलवी
मेवात
खूनी सड़क के नाम से मशहूर बहुचर्चित नूंह-अलवर 248a हाइवे को फोरलेन न बनने से मेवात के युवाओ में सरकार से काफी नाराजगी है। जबकि हरियाणा सरकार और खुद उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला इसका निर्माण शुरू कर देने का वादा ही नही बल्कि बजट में 292 करोड़ रुपये मंजूर होने का दावा भी कर चुके है। सरकार द्वारा बार बार घोषणा करने के बाद भी इस खूनी रॉड को फ़ॉर लेन न बनाने से ज़िला के युवाओ में सरकार के खिलाफ भारी नाराजगी है।
नूंह-अलवर 248a को फ़ॉर लेन बनाने की मांग को लेकर रविवार को नगीना के कॉलेज प्रांगण में युवा, बुध्दि जीवी और सामाजिक कार्यकर्ताऑ की अहम बैठक हुई जिसकी अध्यक्षता पूर्व मैनेजर सहूद खान ने की। राष्ट्रीय महिला कुश्ती खिलाड़ी रज़िया बानो ने बैठक में पहुंचकर युवाओ में जोश भरा और जब तक फ़ॉर लेन सड़क न बने तब तक संघर्ष का एलान किया। वही आज की बैठक में फैंसला लिया। आगामी 30 मार्च को नूंह के गांधी पार्क में हज़ारों की संख्या में इकट्ठा होकर डीसी की मार्फ़त सरकार को ज्ञापन दिया जाएगा।
युवाओ ने चेतावनी देते हुए कहा अगर सरकार ने एक महीना यानी ईद तक सड़क के निर्माण की प्रक्रिया शुरू नही की तो हजारों युवा, महिला, सामाजिक और राजनीतिक लोग प्रदर्शन कर अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल और धरना पर बैठने को मज़बूर होंगे। नूंह अलवर हाइवे को फोरलेन बनाने की मांग को लेकर गतवर्ष 30 मार्च 2021 को बड़कली से नूंह तक पैदल मार्च किया गया था। युवाओ का कहना है कि नूंह-अलवर रॉड में सिंगल हाईवे होने की वजह से 8 सालों में 1500 लोगों ने जान गंवाई है। पिछली साल हरियाणा सरकार ने इस सड़क को फ़ॉर लेन बनाने के लिए 292 करोड़ रुपए का बजट मंजूर किया और केंद्र सरकार ने भी 186 करोड़ रुपए मंजूर किया था लेकिन काम शुरू नहीं हुआ। लेकिन अब सरकार विधानसभा सभा मे अपने वादे से मुकर रही है। जो मेवात की जनता के साथ दोगला व्यवहार है जिसे मेवात के युवा किसी भी कीमत पर बर्दास्त नही करेंगे।
साकरस गांव के पूर्व सरपंच एवं वरिष्ठ समाजसेवी फजरुद्दीन बेसर ने कहा कि खूनी हाईवे के नाम से 2016 में मेवात आरटीआई मंच ने अभियान चलाया था और 2018 में हरियाणा दिवस पर 6 दिन धरना दिया था। नूंह अलवर हाइवे को फोरलेन करने के गतवर्ष 30 मार्च 2021 को पैदल मार्च बड़कली से नूंह तक किया गया था। मुफ्ती सलीम अहमद कासमी ने कहा कि सिंगल हाईवे पर 8 सालों में 1500 से अधिक लोगों ने जान गंवाई है।
समाजसेवी रजिया बानो ने कहा कि पहली साल हरियाणा सरकार ने 292 करोड़ रुपए का बजट मंजूर किया और केंद्र सरकार ने भी 186 करोड़ रुपए मंजूर किया था लेकिन काम शुरू नहीं हुआ। दोस्तों, मेवात की भोली भाली जनता को भाजपा सरकार ने ठगा है।
वरिष्ठ समाजसेवी एवं पूर्व जिला पार्षद यूनुस अलवी ने बताया कि हाईवे का चौड़ीकरण बुनियादी मुद्दा है। केंद्र और राज्य सरकार को इस मामले में त्वरित कदम उठाने की आवश्यकता है। लोगों का रोष भी जायज है क्योंकि लंबे वक्त से लोग इसे फोरलेन करने की मांग करते आ रहे हैं। क्षेत्रवासियों ने मरोड़ा कट के धरने में भी इस हाईवे को चौड़ा करने की आवाज उठाई गई थी और यह मेवात का मुख्य मुद्दा है। समाजसेवी मुबारिक अटेरना ने बताया कि पिछले साल भी आवाज उठाई थी। अब भी आवाज सड़क से लेकर संसद तक उठाएंगे और रोड को चौड़ा करवाएंगे। सरकार की वादाखिलाफी क्षेत्रवासी नाराज हैं। मौके पर हाजी सहूद खान बादली, फ़ज़रुद्दीन बेसर, समाजसेवी रियाजुद्दीन, वरिष्ठ अधिवक्ता अख्तर अजीज, समाजसेवी आरिफ बघौला, मरदान अली, अधिवक्ता अख्तर झारोकडी, अकतर चितौडा, जुनैद बलई, सैय्यद कय्यूम मरोड़ा, फिरोज़ खान खानपुर घाटी, बरकत मलिक, ईसब खान बींवा, सम्मा अटेरना समेत दर्जनों गणमान्य लोग मौजूद रहे।
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