मेवात के करीब 20 बच्चों ने की नीट की परीक्षा पास
-डाक्टर बनकर मेवात की सेवा करने का जताया इरादा
-परिजनों और बच्चों को लोग दे रहे हैं बधांईयां
यूनुस अलवी
नूह/मेवात
मेवात इलाका भले ही षिक्षा, स्वास्थ्य और विकास के क्षेत्र में सबसे पिछडा है। निति आयोग द्वारा जारी की गई देष के अति पिछडे 112 जिलों की सूची में मेवात का नाम भी षामिल है। जिले में भले ही कोई सुविधाएं हों उसके बावजूद भी मेवात के बच्चे हर क्षेत्र में जिले का नाम रोषन कर रहे है। बुधवार देर रात जारी हुऐ नीट परीक्षा परिणाम में मेवात के करीब 20 बच्चों का नाम आया है। जिससे मेवात के लोगों में खुषी की लहर है। खुषी हो भी क्यों न क्योंकि मेवात के लोगों को स्वास्थ्य सेवाओं के लिए दिल्ली, अलवर, फरीदाबाद आदि इलाकों में जाना पड रहा है।
जानकारी के अनुसार नीट 2022 की परीक्षा पास करने वालों में मुख्यरूप से रुबील हनीफ़ अटेरना 618 अंक, चेलसी जैन फिरोजपुर झिरका 671 अंक, आदिल अहमद सोहना 665 अंक, सलीम खान सोहनपुर 632 अंक, बरकत यूनुस जोहोरी का बास 631 अंक, सादिका सेवका 625 अंक, आमिर काटपुरी 625 अंक, समरीन अकरम मुहरु का नंगला 620 अंक, अबरार रायपुरी 607 अंक, मुन्नवर बरकत अली बनारसी 600 अंक,
पहली बार ही 618 अंक लेकर दिखा दिया दम, परिवार और लोगो मे ख़ुशी की लहर
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हसीन खान रावली 590 अंक, अखरेज रहपूवा 651 अंक, यश 655 अंक, मोहम्मद इक़बाल घुड़ावली 615 अंक, सुहेल आलम बादली 613 अंक, सैफुल्लाह बादली 597 अंक, दिलशाद गोलपुरी 625 अंक,जहीर टिकरी ब्राह्मण 605 अंक, मोहम्मद कैफ 640 अंक, लेकर मेवात क्षेत्र के करीब 20 बच्चों ने परीक्षा पास की है।
फिरोजपुर झिरका के डीएसपी सतीष वत्स ने रुबील हनीफ़ अटेरना को मिठाई खिलाकर बंधाई देते हुऐ कहा कि रूबील ने पहली ही बार में 618 अंक लेकर दिखा दिया है कि मेवात में प्रतिभाओं की कोई कमी नहीं हैं।
रुबील हनीफ़ अटेरना ने कहा कि उसकी इस कामयाबी के पीछे उनके मां- बाप के अलावा शिक्षक रहे है। जब भी वह कमजोर होते तो परिजन होंसला अफ़ज़ाई करते। उन्होंने कहा परिजनों ने जो उससे उमीदें लगाई है उनको पूरा करेगा। वह डॉक्टर बनकर मेवात के लोगो की सेवा करना चाहता है।
रुबील हनीफ़ अटेरना के पिता हनीफ खान ने बताया कि उसने अपने बच्चों के भविष्य को लेकर ही करीब 7 लाख रुपये महीना की विदेश में नोकरी छोड़ी है। एक बेटा जामिया से इंजीनियर कर रहा है अब बड़े बेटे ने नीट की परीक्षा के 618 अंक लेकर उनके मान सम्मान को बढ़ाया है। हनीफ का कहना है कि वह अपने बच्चों पिता, भाई, दोस्त की तरह व्यवहार करता है। जब बच्चो को पिता के प्यार की ज़रूरत होती है तो वह देता हूं जब एक दोस्त की बात आती है तो उसकी हर ज़रूरत का ख्याल ऱखकर उसे पूरी करता है। आज उसे बहुत खुशी है कि बेटे ने पहली की परीक्षा में नीट की परीक्षा पास की है। उम्मीद है कि एक दिन वह डॉक्टर बनकर मेवात का नाम रोशन करेगा।
अध्यापक सरफराज नवाज ने कहा कि मेवात में भले ही अध्यापकों, सुविधाओं की भारी कमी है। इसके बावजूद भी यहां के बच्चों में प्रतिभाओं की कोई कमी नहीं है। बस बच्चों को सही गाईडेंस देने की जरूरत है। उन्होने कहा जिले के बच्चों में डाक्टर बनने की एक ललक जाग रही है। उम्मीद है कि आने वाले समय में जिले के लोगों को अन्य क्षेत्रों के डाक्टरों पर निर्भर नहीं रहेना पडेगा।
फोटो-रुबील हनीफ़ अटेरना का फिरोजपुर झिरका के डीएसपी सतीष वत्स मिठाई खिलाकर बंधाई देते हुऐ
–रुबील हनीफ़ अटेरना का स्वागत करते इलाके के प्रमुख लोग
फ़ोटो नीट की परीक्षा पास करने वाले अन्य छात्र
प्रमुख लो
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