• नूंह पुलिस ने प्रतिबिंब ऐप की मदद से करीब 30 साइबर ठगो को किया गिरफ्तार
• 50 मौबाईल फोन व करीब 90 फर्जी सिम कार्ड सहित अन्य सामान बरामद
• डीजीपी के आदेश पर नूंह में 2 दिन तक चला विशेष अभियान।
• बिना भरी पुलिस की मदद के ही मेवात पुलिस के हासिल की बड़ी कामयाबी
यूनुस अलवी,
मेवात,
नूंह पुलिस को साइबर ठगों पर शिकंजा कसने में बड़ी सफलता हाथ लगी है।
नूह पुलिस ने बिना बाहरी पुलिस की मदद के इन साइबर ठगों को गिरफ्तार किया है। जिनसे 90 फर्जी सिम 50 मोबाइल फोन सहित अन्य सामान बरामद किया गया है। पुलिस ने आरोपियों को रिमांड पर लेकर पूछताछ की तैयारी शुरू कर दी है। यह दो दिवसीय अभियान प्रदेश के पुलिस महानिदेशक शत्रु जीत कपूर के आदेश पर नूह पुलिस कप्तान नरेंद्र बिजारनिया की निगरानी में शनिवार और इतवार को चलाया गया। इस विशेष अभियान की बड़ी बात यह रही की अलग-अलग टीमों का नेतृत्व थाना प्रभारी, साइबर क्राइम और अपराध शाखा पुलिस के प्रभारियों ने किया जबकि डीएसपी अभियान की निगरानी करते रहे। साइबर ठगों को दबोचने में प्रतिबिंब ऐप कारगर साबित हुआ है। नूंह पुलिस ने सभी आरोपियों के खिलाफ नूंह साइबर थाना में विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी हैं।
साईबर क्राईम नूह के प्रबन्धक निरीक्षक विमल राय ने बताया कि देश के अलग-अलग कोनों में साइबर अपराध को अंजाम देने वाले कुछ साईबर ठगों की पहचान प्रतिबिंब ऐप के माध्यम से उपलब्ध हुई थी। डीजीपी शत्रुजीत कपूर और नूंह पुलिस अधीक्षक नरेंद्र बिजारणिया के दिशा-निर्देशो पर साइबर ठगों को दबोचने के लिए जिले में शनिवार और रविवार को एक विशेष अभियान चलाया गया। जिसमें जिला के सभी थाना प्रबन्धक/चौकी, सीआईए0 युनिट/स्टाफ, साईबर सैल नूह सहित साइबर थाना पुलिस की अलग-अलग गठित टीमों ने सक्रिय साइबर ठगों के ठिकानों पर छापेमारी कर उन्हे धर दबोचा।
उन्होंने बताया की रविवार को दोपहर तक करीब 30 साइबर ठगों को गिरफ्तार किया है। उनके कब्जे से कृण 90 फर्जी सिम कार्ड, 50 मोबाइल फोन सहित अन्य सामान बरामद किया है। उन्होंने बताया कि ये सभी साईबर ठग फर्जी दस्तावेजों के आधार पर आँनलाईन सामान की खरीद, फर्जी सोशल मीडिया प्रोफाइल, फर्जी बैंक खाते, सैक्सटोर्शन, पशु खरीद की लुभावनी एड देकर, नटराज पैंसिल के विज्ञापन आदि तरीके अपनाकर लोगों के साथ ऑनलाइन ठगी करते थे।
उन्होंने बताया कि पहले प्रतिबिंब ऐप के माध्यम से सभी ठगों की पहचान को गई। उसके बाद नूंह पुलिस अधीक्षक नरेंद्र बिजनिया के निर्देश पर इनके ठिकानों को चिन्हित किया गया। जिसके बाद एक विशेष अभियान चलाकर इन पर सभी पर शिकंजा कंसा गया।
साईबर क्राईम नूह के प्रबन्धक निरीक्षक विमल राय ने बताया की अपराधियों को पकड़ने के लिए यह अभियान जारी रहेगा। रविवार दोपहर तक करीब 30 साइबर ठगों को गिरफ्तार किया जा चुका है जबकि देर रात तक इनकी संख्या बढ़ेगी। ठगों को पकड़ने के लिए प्रतिबिंब ऐप एक कारगर हथियार साबित हुआ है। एप पोर्टल से जानकारी मिलने के बाद ही जिले नूह में साइबर ठगों को पकड़ने के लिए विशेष अभियान चलाया। जो इस अभियान के दौरान पकडे गये साईबर ठगो द्वारा अन्य राज्यो मे की गई ठगी की वारदातो के सम्बन्ध मे सम्बन्धित राज्य की पुलिस से सम्पर्क कर सुचित किया गया।
पुलिस अधीक्षक, नूह ने साईबर ठगो को कडी चेतावनी देते हुए कहा कि साईबर ठगी करना छोड दे अन्यथा इस प्रकार के अभियान जारी रहगें और साईबर ठगो से नूंह पुलिस सख्ती से निपटेगी।
बॉक्स के लिए
प्रतिबिंब ऐप किया है और केसे पकड़े जाते हैं आरोपी
प्रतिबिंब ऐप को 7 नवंबर, 2023 को लॉन्च किया गया था। यह ऐप, साइबर अपराध में इस्तेमाल होने वाले मोबाइल नंबरों की मैपिंग करता है। इसके बाद, संबंधित ज़िलों की पुलिस इन नंबरों पर लगाम लगाने की कार्रवाई करती है।
प्रतिबिंब ऐप में किसी साइबर अपराधी का मोबाइल नंबर डालने पर, उसका लोकेशन ऐप में आ जाता है। इसके बाद, पुलिस की टीम लोकेशन के आधार पर छापेमारी कर आरोपी को गिरफ़्तार कर लेती है।
प्रतिबिंब ऐप की मदद से, झारखंड पुलिस ने एक महीने में 78 साइबर अपराधियों को गिरफ़्तार कर चुकी है। इनके कब्ज़े से सैकड़ों मोबाइल फ़ोन, सिम कार्ड, और अन्य आपत्तिजनक सामान भी बरामद किए गए थे।
प्रतिबिंब ऐप के जरिए ही मेवात पुलिस ने 30 साइबर ठगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस के अधिकारियों का कहना है कि प्रतिबिंब ऐप के जरिए अगर ठग तहखाना में भी छुपा होगा तो वहां से भी उसे गिरफ्तार किया जा सकेगा। अब साइबर क्राइम अपराध करने वाले किसी भी बच नहीं पाएंगे।
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