*हरियाणा में 10 साल में 297 हेट स्पीच के मामले, नूंह और गुरुग्राम सबसे आगे*
• 472 आरोपी गिरफ्तार, 502 सोशल मीडिया हैंडल हटाए गए
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यूनुस अलवी, मेवात/चंडीगढ़।
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हरियाणा विधानसभा में कांग्रेस विधायक एवं पूर्व परिवहन मंत्री चौधरी आफताब अहमद द्वारा समाज में फैल रही नफरत और हेट स्पीच के मामलों को लेकर सरकार से सवाल किया गया। उनके सवाल पर गृह मंत्री एवं मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने जवाब देते हुए बताया कि पिछले 10 वर्षों में हरियाणा में हेट स्पीच से संबंधित 297 मामले दर्ज किए गए हैं। इसके अलावा, पुलिस ने 472 आरोपियों को गिरफ्तार किया और 502 सोशल मीडिया हैंडल को इंटरनेट से हटवाया है।
*नूंह और गुरुग्राम टॉप अलर्ट पर*
प्रदेश में नूंह (मेवात) और गुरुग्राम हेट स्पीच मामलों में सबसे आगे हैं। पिछले दस वर्षों में नूंह में 46 और गुरुग्राम में 40 मामले दर्ज किए गए हैं। इसके बाद यमुनानगर (27), रोहतक (24), फरीदाबाद (22) और पलवल (19) मामलों के साथ टॉप प्रभावित जिलों में शामिल हैं।
*मध्यम खतरे वाले जिले*
प्रदेश के कुछ जिलों में हेट स्पीच की घटनाएं मध्यम स्तर पर हैं, लेकिन अगर सतर्कता न बरती गई तो स्थिति बिगड़ सकती है। इनमें भिवानी (14), हांसी (12), झज्जर (11), कैथल (10) और नारनौल (10) मामले दर्ज किए गए हैं।
*नफरत से मुक्त जिले*
हरियाणा के सिरसा, डबवाली, दादरी और जीआरपी में पिछले दस वर्षों में हेट स्पीच से संबंधित एक भी मामला दर्ज नहीं हुआ है, जो राहत की बात है। वहीं, फतेहाबाद (2), करनाल (4), कुरुक्षेत्र (5), पंचकूला (5), सोनीपत (6), पानीपत (7), अंबाला (8), हिसार (9) और जींद (9) जैसे जिलों में भी मामले कम संख्या में हैं।
*नूंह हिंसा से सबक लेने की जरूरत*
पिछले वर्ष नूंह में भड़की हिंसा को भी हेट स्पीच से जोड़कर देखा गया था। सरकार का कहना है कि इस हिंसा के बाद पुलिस ने सख्त कार्रवाई करते हुए कई आरोपियों को गिरफ्तार किया।
*सरकार क्या कर रही है?*
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने विधानसभा में स्पष्ट किया कि सरकार सोशल मीडिया पर फैलाए जा रहे नफरत भरे संदेशों पर नजर रख रही है। इसके तहत कई सोशल मीडिया हैंडल को हटाया गया और संदिग्ध गतिविधियों पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है। उन्होंने बताया कि साइबर सेल और इंटेलिजेंस विंग को भी एक्टिव किया गया है ताकि हेट स्पीच फैलाने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जा सके।
*कांग्रेस विधायक आफताब अहमद ने सदन में उठाए सवाल*
कांग्रेस विधायक आफताब अहमद ने हरियाणा विधानसभा में सवाल किया था कि क्या नफरती बयानबाजी देने वाले व्यक्तियों, मीडिया चैनलों, सोशल मीडिया हैंडल्स तथा अन्य माध्यमों के खिलाफ सरकार ने कोई ठोस कार्रवाई की है या नहीं। इस पर गृह मंत्री ने विस्तृत आंकड़े पेश किए और बताया कि मामले दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है।
हरियाणा में हेट स्पीच के बढ़ते मामलों को लेकर सरकार सतर्क है, लेकिन नूंह और गुरुग्राम जैसे संवेदनशील जिलों में स्थिति चिंताजनक बनी हुई है। वहीं, कई जिले अब तक नफरत की राजनीति से मुक्त हैं, जो समाज में सौहार्द बनाए रखने के संकेत हैं। अब देखना होगा कि सरकार हेट स्पीच पर पूरी तरह अंकुश लगाने के लिए और क्या कदम उठाती है।

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