बिना तहसीलदार के पुन्हाना तहसील बेहाल, 118 गांवों के लोग परेशान
यूनुस अलवी । मेवात। हरियाणा।
नूंह जिले की सबसे बड़ी तहसील पुन्हाना, जहां 118 गांव आते हैं, कई महीनों से तहसीलदार और नायब तहसीलदार के बिना ही काम चला रही है। पद रिक्त होने के कारण हजारों ग्रामीणों को जमीन से जुड़े जरूरी कामों और अन्य कानूनी प्रक्रियाओं में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
तहसीलदार नहीं, सिर्फ नाम मात्र की व्यवस्था
हालात ये हैं कि पुन्हाना का चार्ज नूंह के तहसीलदार को दिया गया है, लेकिन वे कभी-कभार ही पुन्हाना तहसील में आते हैं। इससे मजबूरन लोगों को जरूरी कागजातों और फाइलों पर हस्ताक्षर कराने के लिए नूंह जाना पड़ता है, जिससे उनका समय और पैसा दोनों बर्बाद होते हैं।
वकील और ग्रामीण कई बार कर चुके हैं मांग
पुन्हाना के वकील और ग्रामीण कई बार प्रशासन से तहसीलदार और नायब तहसीलदार की नियुक्ति की मांग कर चुके हैं। लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। स्थानीय लोगों का कहना है कि तहसील के बिना उनकी फाइलें अटक रही हैं और आए दिन उन्हें सरकारी दफ्तरों के चक्कर लगाने पड़ते हैं।
“कागजातों के लिए नूंह जाना मजबूरी”
ग्रामीणों का कहना है कि जमीन की रजिस्ट्री, दाखिल-खारिज, पटवारी रिपोर्ट और अन्य सरकारी कार्यों के लिए तहसीलदार की जरूरत होती है, लेकिन तहसीलदार न होने के कारण उन्हें बार-बार नूंह तहसील जाना पड़ता है। कई बार ऐसा होता है कि छोटी-छोटी चीजों के लिए हफ्तों इंतजार करना पड़ता है।
प्रशासन से जल्द समाधान की मांग
स्थानीय वकीलों और ग्रामीणों ने एक बार फिर प्रशासन से अपील की है कि पुन्हाना तहसील में जल्द से जल्द तहसीलदार और नायब तहसीलदार की नियुक्ति की जाए, ताकि आम लोगों को हो रही दिक्कतों से राहत मिल सके।
अब देखना यह होगा कि प्रशासन कब तक इस गंभीर समस्या का हल निकालता है, या फिर लोगों को यूं ही सरकारी दफ्तरों के चक्कर लगाने पड़ेंगे?

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