भारत की सबसे उम्र दराज मेवात की 99 वर्षीय असगरी और 98 वर्षीय चंद्री हज के लिए मदीना रवाना।
• बुजुर्ग हज्जन को पूरे सम्मान के साथ हज कमेटी इंडिया ने विदा किया गयासा
• मान्य किराए के बावजूद बुजुर्ग हज्जन को विमान मे बिजनेस क्लास की प्रथम सीट दी गई
यूनुस अलवी
नई दिल्ली/मेवात (हरियाणा)
हज 2024 में भारत से हज करने वाले हज यात्रियों में सबसे बुजुर्ग महिला 99 वर्षीय हज्जन असगरी और 98 वर्षीय हज्ज़न चंद्री जो हरियाणा के नूह जिले की निवासी है। दिल्ली के आई.जी.आई हवाई अड्डे से मदीना रवाना हुईं। देश की सबसे बुजुर्ग महिलाओ को हज यात्रा पर विदा करने और उनके यात्रा दस्तावेज पेश करने के लिए खुद भारत सरकार के अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय में निदेशक और हज कमेटी आफ़ इंडिया के सी.ई.ओ. डॉ. लियाकत अली अफ़ाक़ी, आई.आर.एस. मौजूद थे। इस अवसर पर डॉ. अफ़ाक़ी ने बुजुर्ग महिला हज यात्रियों को शुभकामनाओं के साथ शॉल और गुलदस्ता भेंट किया और हज के दौरान पूर्ण स्वास्थ्य और सुरक्षित घर वापसी के लिए दुआ की। उन्होंने हज्जन से भारतीयों की सुरक्षा, राष्ट्र के विकास और स्थिरता तथा शांति व्यवस्था के लिए दुआ करने की अपील की।
हज कमेटी आफ़ इंडिया के पीआरओ कमर अब्बास नकवी ने बताया कि अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय, भारत सरकार के संरक्षण, देखरेख एवं हज कमेटी ऑफ इंडिया के नेतृत्व में अब तक भारत से 161 उड़ानों के माध्यम से 48,986 भारतीय हजयात्री सऊदी अरब पहुंच चुके हैं जिनमें उनकी सहायता के लिए 241 खादिम उल हुज्जाज भी मौजूद है, जिनमें 32,313 हजयात्री मदीने में और 16673 मक्के में मौजूद हैं। उन्होंने बताया कि भारत से कुल 1,75,025 हजयात्रियों में से हज कमेटी आफ़ इंडिया के माध्यम से जाने वाले 1,40,020 हजयात्री 8 मई से विभिन्न एयरलाइनों के द्वारा मक्का और मदीना के लिए सभी यात्रा सुविधाओं के साथ हज यात्रा कर रहे हैं। देश के 19 एंबारकेशन पॉइंट्स से सभी राज्यों के भारतीय हज यात्रियों की हज यात्रा 9 जून, 2024 तक जारी रहेगी। हज कमेटी ऑफ इंडिया के सी.ई.ओ. डॉ. लियाकत अली अफ़ाक़ी, आई.आर.एस ने कहा कि भारत दुनिया का एकमात्र देश है जिसे सऊदी अरब में हज के दौरान रसोई की सुविधा उपलब्ध रहती है। लेकिन इसके दुरुपयोग और लापरवाही से जबरदस्त नुकसान भी हो सकता है। डॉ. अफ़ाक़ी ने सऊदी अरब पहुंचे और पहुंचने वाले सभी हज यात्रियों से अपील की है कि वे सख्त जरूरत के समय ही सावधानी से खाना पकाने की व्यवस्था करें, आपने कहा कि हज यात्रा अन्य यात्राओं की तुलना में अधिक कठिन है।
सी.ई.ओ. हज कमेटी ऑफ इंडिया ने कहा कि हज दूसरे देश मे होता है, वहां के नियम अलग हैं, हज यात्री छोटी-छोटी बातों को नजरअंदाज करें, अफवाहों और झूठे प्रचार में न आएं। कुछ लोग पुराने वीडियो शेयर करके आपको गुमराह करने और मूल मकसद से भटकाने की नाकाम कोशिश करते रहते हैं। आप उनसे सावधान रहें और अपना पूरा ध्यान हज पर लगाएं। बुजुर्ग हज्जनों को विदा करने के अवसर पर हज कमेटी ऑफ इंडिया के डिप्टी सी. ई. ओ. नजीम अहमद और हज कमेटी ऑफ इंडिया की महिला कर्मचारी भी मोजूद थी।
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