मेवात में हर्षोल्लास के साथ मनाई गई ईद, लाखो लोगो ने ईदगाह और जामा मस्जिदों में अदा की नमाज
फोटो पिंनगवां की ईदगाह में नमाज के बाद देश में अमन चैन की दुआ मांगते हुए नमाजी
यूनुस अलवी
नूंह/पुन्हाना/पिनगवां
शनिवार को मेवात में हर्षोल्लास के साथ ईद मनाई गई, लाखो लोगो ने ईदगाह और जामा मस्जिदों में नमाज अदा कर देश में अमन चैन किया के लिए दुआ मांगी। लोगो ने पिछले गिले शिकवे दूर कर एक दूसरे को गले मिलकर ईद की मुबारकबाद दी।
नूंह जिला के कस्बा पुन्हाना, पिनगवां, फिरोजपुर झिरका, नगीना, तावडू और नूंह कस्बों के अलावा बड़े गांवों की ईदगाह, मदरसा और जामा मस्जिदों में लाखों लोगों ने दो रकाअत ईद की नमाज अदा की। इस्लाम धर्म में ईद के त्योंहार का बहुत महत्व है। रमजान माह में 29/30 रोजे रखने के बाद ईद का चांद देखकर ही लोग ये त्योंहार मनाते हैं। बच्चे, बुजुर्ग और युवा सभी नए कपड़े पहनकर नमाज अदा करते हैं।
आपको बता दें कि रमजान माह का चांद देखने के बाद मुस्लिम समाज के लोग रोजा रखते हैं और ईद का चांद देखने के बाद ही ईद मनाई जाती है। इस बार चांद की तारीख के हिसाब से 30 वां चांद यानी 23 मार्च को नजर आया था और 24 मार्च से लोगों ने रोजा रखने शुरू किए थे। वहीं शुक्रवार को 29 वे रोजे के दिन चांद नजर आया जिसकी वजह से शनिवार को पूरे देष के साथ मेवात में भी ईद मनाई जाऐगी।
ईद की तैयारियों में लोग करीब एक महिना पहले से ही जुट जाते हैं। लोग, बच्चे, बूढे और महिलायें सभी नए कपडे पहनते हैं। ईद-उल-फितर को मीठी ईद भी कहते हैं क्योंकि इस दिन लोग मीठी सिमईया घरों में बनाते हैं और दोस्त, पडोसी और गरीब बेसहारा लोगों को सिमईयां खिलाते हैं। मेवात में ईद के मौके सिमईया की जगह ज्यादातर लोग खीर बनाते हैं। अमीर लोग सिमईया बनाते हैं।
वही ईद की नमाज अदा करने से पहले लोगो ने गरीब लोगो को फिरता अदा किया जिससे गरीब लोग भी आसानी से ईद का त्योंहार मना सकें।
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