ज़िला भरतपुर में हाटस्पोट के रूप में चिन्हित 129 गांव
-साइबर ठगों के खिलाफ मेवात पुलिस के बाद उत्तर प्रदेष और राजस्थान पुलिस कब करेगी कार्रवाई
फोटो कथिततौर पुलिस भरतपुर पुलिस द्वारा जारी गांवों की सूची
यूनुस अलवी
मेवात
साइबर ठगों से जांच के दौरान पता चला है कि इनका नेटवर्क राजस्थान, उत्तर प्रदेष और हरियाणा में फैला हुआ है। जहां के बेठे ये पूरे भारतवर्ष में अपनी ठगी का धंधा चलाते हैं। आपको बता दें कि मेवात इलाका हरियाणा के पलवल और नूंह जिला, राजस्थान के अलवर और भरतपुर जिला और उत्तर प्रदेष के मथुरा जिला में फैला हुआ है। इन तीनों राज्यों में एक दूसरे की रिश्तेदारियाँ हैं। एसपी ने पत्रकारवार्ता में बताया कि पकड़े गए साइबर आरोपियों के सह अभियुक्त के रूप में काम करने वाले 250 वांछित साइबर आरापियों की भी पहचान की गई है, जिनमें से 20 राजस्थान के, 19 उत्तर प्रदेश और 211 हरियाणा के षामिल हैं। आम तौर पर ये आरोपी 3-4 व्यक्तियों के समूह में काम करते थे।
ज़िला भरतपुर में हाटस्पोट के रूप में चिन्हित 129 गांव
मेवात पुलिस की बड़ी कार्रवाई के बाद राजस्थान के भरतपुर पुलिस भी अब अर्लट हो गई है। उसने भी 9 पुलिस थानो में 129 उन गावों की सचि तैयार की है जिनमें सबसे अधिक साइबर क्राइम के मामले सामने आ रहे है। कथित तौर पर एक लिस्ट सोषल मीडिया पर वायरल हो रही है जिसे भरतपुर पुलिस का बताया जा रहा है।
इस वायरल लिस्ट के अनुसार थाना डीग में एक गांव, थाना खोह में 10 गांव, थाना कैथवाडा में 12 गांव, थाना नगर में 16 गांव, थाना सीकरी में 22 गांव, थाना गोपालगढ में 11 गांव, थाना कामां में 29 गांव, थाना पहाड़ी में 11 गांव, थाना जुरहरा में 17 गांव सहित करीब 129 गांवो को चिन्हित किया गया है। इस लिस्ट में जो गावं दिखाए गए है। उनमें ये साइबर क्र्राइम के मामले पहले भी सामने आ चुके है।
मेवात पुलिस की धमाकेदार कार्रवाई के बाद अधिकतर आरोपी राजस्थान या उत्तर प्रदेष में अपने रिष्तेदारी में भाग गए है। जिनको उत्तर प्रदेष और राजस्थान पुलिस के सहयोग के बगैर पकड़ा नामुम्किन है। अब सवाल ये बनता है, मेवात पुलिस के बाद राजस्थान और उत्तर प्रदेष की पुलिस इन ठगों के खिलाफ कब कार्रवाई करने जा रही है। अगर राजस्थान और उत्तर प्रदेष पुलिस भी कठोर कार्रवाई करती हैं तो फिर इन ठगों के आत्मसमर्पण के अलावा कोई चारा नहीं बचेगा।
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