-किसी अप्सरा से कम नहीं हैं मेवात की 56 साल की प्रिंसिपल, 23 साल की लडकियों को पछाड़ जीता
मिसिज इंडिया इंटरनेशनल 2022 -मिसेज इंडिया ब्रांड एंबेसडर द ब्यूटी एंड बेस्ट खिताब।
-56 साल की कल्पना रंगा बनी मिसिज इंडिया इंटरनेशनल 2022
-मिसेज इंडिया ब्रांड एंबेसडर द ब्यूटी एंड बेस्ट खिताब भी जीता
-कल्पना रंगा मिसेज इंडिया सेकंड रनरअप आईकॉनिक बन चुकी हैं
-नूंह जिला के मालब स्थित डाइट संस्थान की प्राचार्य हैं कल्पना
-कल्पना के सम्मान में डाइट संस्थान में भव्य स्वागत समारोह आयोजित हुआ
यूनुस अलवी
मेवात/हरियाणा
उड़ान हौसलों से होती हैं, अगर इंसान के हौसले बुलंद हो तो असंभव को संभव बनाया जा सकता है। ऐसा ही एक कारनामा नूंह जिला के मालब गांव स्थित जिला शिक्षा एंव प्रशिक्षण संस्थान (डाइट) में बतौर प्राचार्य कार्यत 56 वर्षीय कल्पना सिंह रंगा ने कर दिया है। कल्पना सिंह रंगा ने 23 से 40 वर्ष की महिलाओं के बीच 16 राउंड के बाद मिसिज इंडिया इंटरनेशनल 2022 और मिसेज इंडिया ब्रांड एंबेसडर द ब्यूटी एंड बेस्ट के दो खिताब जीतकर मेवात, हरियाणा और अपने गांव का नाम रौशन किया है।
खिताब जीतने पर रंगा को बधाइयां देने वालों का तांता लगा हुआ है। इससे पहले कल्पना रंगा 2021 में मिसेज इंडिया सेकंड रनरअप आईकॉनिक बन चुकी हैं। कल्पना के सम्मान में डाइट संस्थान में भव्य स्वागत समारोह आयोजित किया गया जिसमें बतौर मुख्य अतिथि जिला मौलिक षिक्षा अधिकारी और पूर्व षिक्षा अधिकारी वे अध्यापकगण मौजूद रहे। इस मौके पर उनका फूलमाला, पगड़ी पहनाकर जोरदार स्वागत किया गया।
जानकारी के अनुसार द्वारका रेडिसन ब्लू दिल्ली स्थित ब्यूटी द बेस्ट संस्था द्वारा इस प्रतियोगिता का आयोजन कराया। प्रतियोगिता में पूरे देश से 21 महिलाएं और 20 पुरुष प्रतिभागियों ने भाग लिया। प्रतियोगिता के 16 राउंड कराये गये।
56 साल की कल्पना रंगा ने 23 साल से 40 साल तक की महिलाओं को पछाड़ते हुऐ मिसिस इंडिया इंटरनेशनल 2022 और मिसेज इंडिया ब्रांड एंबेसडर द ब्यूटी एंड बेस्ट नामक दो खिताब जीत कर मेवात, हरियाण अपने गांव का रोषन किया है। इससे पहले भी कल्पना सिंह रंगा मिसेज इंडिया सेकिंड रनर अप आईकॉनिक रह चुकी हैं जो कि नोएडा फिल्म सिटी द्वारा सितंबर 2021 में आयोजित कराया गया था। जबकि वह मिसेज इंडिया फाइनलिस्ट एडोरेबल फरवरी 2021 रह चुकी हैं। आगे भविष्य में इसी प्रकार के खिताब जीतने के लिए कल्पना सिंह रंगा प्राचार्य रहते हुए डाइट मालव में ही अपनी पूरी तैयारी कड़ी मेहनत के साथ जारी रखें हुए हैं।
मूलरूप से झज्जर जिला की रहनने वाली कल्पना रंगा ने बताया कि उसे इस प्रतियोगिता के बारे में पहले कभी पता नहीं था अगर उसे पहले पता होता तो वह पहली ही इस खिताब पर अपना कब्जा कर चुकी होती। उन्होने बताया कि लोकडाउन के दौरान उसे फेसबुक के माध्यम से इस प्रतियोगिता के बारे में पता चला। जब उसने पहली बार प्रतियोगिता में जिस्सा लिया तो वह मिसेज इंडिया सेकिंड रनर अप आईकॉनिक और मिसेज इंडिया फाइनलिस्ट एडोरेबल 2021 बनी थी। उसके बाद उसमें होंसला बढ़ गया िक वह मिसिज इंडिया इंटरनेशनल का खिताब जीत सकती है। उसे किताब जीतने की ललक बढ़ गई। जिसके लिए उसे लगभग ढ़ाई से 3 साल की कड़ी मेहनत करनी पड़ी। उन्होने कहा खिताब जीतने के लिए उम्र मायने नहीं रखती बल्कि आदमी के अंदर होंसला होना चाहिए। होंसला के चलते ही उसने नोजवान महिलाओं के बीच यह खिताब जीता है। जो बहुत ही असंभव था।
इस मौके पर जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी मुकेश कुमार यादव ने कहा कल्पना रंगा ने खिताब जीतकर मेवात जिला और हरियाणा का ही नहीं बल्कि शिक्षा विभाग का सिर ऊंचा किया है। और वह नौजवान महिलाओं के लिए एक रोल मॉडल बनकर उभरी है। रंगा ने दिखा दिया कि 56 साल की आयु में भी अपने आप को सुंदर रखना और खिताब जीतना किसी करिष्मा से कम नहीं है।
इस मौके पर रिटायर्ड जिला शिक्षा अधिकारी रेवाड़ी धर्मपाल बड़ोदिया, रिटायर्ड डाइट प्राचार्य नरेंद्र यादव, खंड शिक्षा अधिकारी रमेश मलिक तावडू, सपना गांधी प्राचार्य राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय रेवासन, कुसुम मलिक कोऑर्डिनेटर एसएलएन, डॉक्टर प्रमोद कुमार, डॉ संजय कुमार जिले के बहुत ही सम्मानित अध्यापक गण मौजूद रहे।
फोटो-सम्मान समारोह में कल्पना का स्वागत करते अधिकारीगण
फोटो-पासपोर्ट साईज फोटो
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