Khabarhaq

पवित्र ग्रंथ गीता के मर्म और महत्व को समझने के लिए इसका अध्ययन जरुरी : डीसी

Advertisement

पवित्र ग्रंथ गीता के मर्म और महत्व को समझने के लिए इसका अध्ययन जरुरी : डीसी
आजादी का अमृत महोत्सव थीम पर आधारित गीता जयंती समारोह का हुआ समापन :
जीवन जीने की कला सीखाती है श्रीमद भगवद् गीता
यूनुस अलवी
नूंह 14 दिसंबर :
यासीन मेव डिग्री कालेज में चल रहे तीन दिवसीय गीता जयंती समारोह का आज श्री राधा कृष्ण मंदिर ग्राम सिंगार में महा आरती के साथ समापन हो गया। श्लोकाचरण, योग साधना, सांस्कृतिक कार्यक्रम, गीता संवाद, हरियाणवी लोक नृत्य, एक अभिनय, अष्टïादश श्लोक, गायन, देशभक्ति समूह नृत्य, भजन, नगर शोभा यात्रा से आमजन को गीता का संदेश दिया गया।
  डीसी कैप्टन शक्ति सिंह ने कहा है कि प्रत्येक नागरिक को अपने जीवन में गीता का अध्ययन जरुर करना चाहिए। गीता का अध्ययन करके ही व्यक्ति इसके मर्म व महत्व को समझ सकता है।
डीसी कैप्टन शक्ति सिंह मंगलवार को गीता जयंती महोत्सव के समापन समरोह में बोल रहें थे। उन्होंने कहा कि गीता हमारे कण-कण में है और सभी को इसके संदेश को अपने जीवन में आत्मसात करना चाहिए। उन्होंने कहा कि गीता के दिव्य संदेश को घर-घर तक लेकर जाने के लिए हरियाणा सरकार द्वारा इसे देश ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में प्रचारित-प्रसारित किया जा रहा है। उन्होंने बच्चों से आहवान किया कि वे हमारी प्रचीन संस्कृति और सभ्यता को न केवल अपने जीवन में अपनाएं बल्कि दूसरों को भी इसे अपने जीवन में धारण करने के लिए प्रेरित करें। उन्होंने कहा कि गीता का ज्ञान मोह से उपजी दुविधा को दूर कर देता है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा गीता के संदेश को देश ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में प्रचारित करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय गीता जयंती महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है।
  डीसी ने कहा कि भागवत गीता में जीवन के हर सवाल का जवाब है, जीवन को सरल बनाने में गीता का बहुत बडा योगदान है। शब्दों में अटूट ताकत  होती है। उन्होंने कहा कि लोक संस्कृति को बढावा देने के लिए इस प्रकार के आयोजन किए जाते है ताकि हम अपनी लोक संस्कृति को न भूले। उन्होंने गीता महोत्सव में भाग लेने वाले सभी कलाकारों का अभार व्यक्त किया।
उपायुक्त ने इस अवसर पर कोरोना रोधी वैक्सीन लगवाने का लोगों से आह्वïान भी किया। उन्होंने कहा कि बच्चें ही अपने परिवार के सदस्यों को वैक्सीन के लिए ज्यादा प्रभाव डाल सकते है। डीसी ने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव में हम उन वीर शहीदों को नमन करते है, जिन्होंने देश को आजाद कराने में अपनी सुख दुख: सब बलिदान कर दिया। उपायुक्त ने गीता महोत्सव कार्यक्रम में स्वतंत्रता सेनानियों व उनके आश्रितों को कंबल, शॉल, गीता भेंट कर सम्मानित भी किया। उपायुक्त ने कहा कि धर्म क्षेत्र कुरुक्षेत्र की पावन धरा पर 5158 वर्ष पूर्व भगवान श्री कृष्ण ने अर्जुन को गीता के उपदेश देकर कर्म करने का संदेश दिया।
50 स्कूलों के 2500 विद्यार्थियों ने किया
गीता महोत्सव के तीसरे दिन जिला के 50 स्कूलों के 2500 विद्यार्थियों ने ऑनलाइन माध्यम से जुडकऱ श्लोकाच्चारण कर अनुठा रिकॉर्ड बनाया। शास्त्री के मार्गदर्शन में विभिन्न स्कूली बच्चों ने मंच से गीता का श्लोकाच्चारण किया। समारोह में उपस्थित स्कूली बच्चों ने भी इन श्लोकाच्चारण को दोहराया और गीता महोत्सव में अपनी भागीदारी सुनिश्चित की।
 सांस्कृतिक कार्यक्रम में सुरेन्द्र एंड पार्टी तथा स्कूली बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत कर दर्शकों का मन मौह लिया। इस अवसर पर उपायुक्त ने गीता जंयती उत्सव में स्कूलों में हुई प्रतियोगिताओं में अव्वल रहने वाले विजेताओं को सम्मानित किया।  इस अवसर पर एडीसी एवं कार्यक्रम की नोडल अधिकारी डा.सुभिता ढाका, एसडीएम सलोनी शर्मा, सीईओ जिला परिषद गजेन्द्र सिंह, नगराधीश जयप्रकाश, जिला शिक्षा अधिकारी सुरेश गोरिया, डीएफएससी अनिल कुमार, सहित अन्य अधिकारी भी उपस्थित रहें।
Khabarhaq
Author: Khabarhaq

0 Comments

No Comment.

Advertisement

हिरयाणा न्यूज़

महाराष्ट्र न्यूज़

हमारा FB पेज लाइक करे

यह भी पढ़े

Please try to copy from other website