गंगा जमनी सभ्यता और आपसी भाईचारे का प्रतीक है फरीदाबाद जिले के ऊंचा गांव –
मदरसा मखजान उलूम की वार्षिक बैठक में डॉ. अब्दुल रहमान खान का मुख्य भाषण.
Younus Alvi
Faridabad
भारत की गंगा जमनी सभ्यता पूरे विश्व में प्रसिद्ध है और आज फरीदाबाद जिले के ऊंचा गांव में हिंदू मुसलमानों का आपसी भाईचारा देखकर मुझे अत्यंत प्रसन्नता हो रही है, जिसके लिए हमारे एक बहुत ही प्रिय मित्र और प्रसिद्ध धार्मिक विद्वान मौलाना जमालुद्दीन बधाई के पात्र हैं, उनके लंबे प्रयासों और कड़ी मेहनत के कारण इस क्षेत्र में यह माहौल देखने को मिल रहा है। उक्त विचार मेवात की महान शख्सियत व पूर्व जिला शिक्षा अधिकारी डॉ. अब्दुल रहमान खान ने व्यक्त किए, जो मदरसा मखजानुल उलूम ऊंचा गांव में छात्रों की वार्षिक परीक्षा के अवसर पर आयोजित जनसभा में विशिष्ट अतिथि के रूप में बोल रहे थे. उन्होंने कहा कि जिस तरह से आज देश में कुछ दुष्ट तत्वों द्वारा आपसी भाई-चारे को खराब करने की साजिशें लगातार रची जा रही हैं, वहीं ऊंचा गांव का यह मदरसा भाईचारा के साथ-साथ क्षेत्र में भी शिक्षा को बढ़ावा देता है. मुस्लिम भी आपसी भाईचारे को बढ़ावा देने का काम कर रहे हैं जो उनकी मिसाल है। पूर्व डीईओ डॉ. अब्दुल रहमान खान ने शिक्षा के महत्व और उपयोगिता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि विज्ञान और कंप्यूटर के इस युग में शिक्षा ही सबसे बड़ा हथियार है और शिक्षा ही सबसे बड़ा हथियार है।
मेवात के पिछड़ेपन को ऐसे ही माध्यम से ही दूर किया जा सकता है। इसलिए आइए हम इस अवसर पर अपने बच्चों को संपूर्ण शिक्षा देने का संकल्प लें। कार्यक्रम में डॉ. अब्दुल रहमान खान मुख्य अतिथि थे जबकि मनु अस्पताल फरीदाबाद के निदेशक डॉ. जीएस नोमानी व डॉ. राहुल खान ने विशिष्ट अतिथि के रूप में शिरकत की और अपने विचार व्यक्त किए. इससे पहले बैठक की शुरुआत मोहम्मद नौमान ने कुरान की तिलावत और मुहम्मद सबील ने नात रसूल की तिलावत से की।
उसके बाद विभिन्न विषयों पर प्रमुख हस्तियों के भाषणों के अलावा मदरसा हुजा के छात्रों द्वारा शानदार कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए। इस शुभ अवसर पर परीक्षा में पास हुए 7 विद्यार्थियों तथा पूर्ण स्मरण का सम्मान पाने वाले 2 विद्यार्थियों को विद्वानों ने पुरस्कार देकर सम्मानित किया। मौलाना मुफ्ती मुस्तजाबुद्दीन, मौलाना अशरफ अली व कारी मोहम्मद हारून रशीद व कारी मुबीन अहमद की अध्यक्षता में हुई बैठक में क्षेत्र भर से सैकड़ों लोगों ने भाग लिया. कार्यक्रम के सफल आयोजन में माननीय अध्यक्ष श्री शेर खान मलिक, श्री बुकान सिद्दीकी, श्री मुहम्मद कुरैशी, श्री बुकान मलिक, हाजी मुहम्मद इकबाल और मास्टर हारून की महत्वपूर्ण भूमिका रही। बैठक का समापन मुफ्ती मुस्तजाबुद्दीन की नमाज के साथ हुआ। अंत में कार्यक्रम की भावना मौलाना जमालुद्दीन ने सभी अतिथियों का धन्यवाद किया।
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