100 करोड़ रूपये ठगी का खुलासा, बरामदगी जीरो
-रिमांड के दौरान नहीं हो सकी खास बरामदगी
यूनुस अलवी
मेवात
नूंह जिला द्वारा छापेमारी के दौरान पकड़े गये 66 आरोपियों के खिलाफ विभिन्न थानो में 16 मुकदमा दर्ज किए थे। पुलिस ने सभी आरोपियों को 7 से 11 दिन के रिमांड पर लेकर जब पूछताछ की गई तो पकड़े गए साइबर आरोपियों ने अपने सह अभियुक्त के रूप में काम करने वाले 250 ठगों की पहचान कराई। रिमांड के दौरान खुलासा हुआ की आरोपियों ने विभिन्न तरीकों से देश भर में लगभग 100 करोड़ रुपये की साइबर ठगी की है। ये महाठग फर्जी सिम, आधार कार्ड इत्यादि द्वारा देशभर के लोगों से ठगी करते और फर्जी बनाए बैंक खातों में राशि डलवा देते ताकि पुलिस इन तक ना पहुंच सके। इन जालसाजों द्वारा हरियाणा से राष्ट्रीय राजधानी, दिल्ली और यूपी से लेकर अंडमान निकोबार तक लोगों को निशाना बनाया जा चुका है। पुलिस ने पूछताछ में देशभर में साइबर ठगी के लगभग 28 हजार मामले ट्रेस करने का दावा तो किया लेकिन आरोपियों से रिमांड के दौरान किया बरामद हुआ इसका पुलिस कप्तान ने अपनी कांफ्रेंस में कोई खुलासा नहीं किया। इस बाबत अमर उजाला ने एसपी वरुण सिंगला से सवाल भी किया लेकिन उन्होने रिमांड के दौरान बरामदी बारे कोई बात नहीं की। हालांकि एसपी वरुण सिंगला ने बताया कि 27/28 अप्रैल की रात्रि की गई छापेमारी के दौरान आरोपियों से काफी सामान बरामद किया गया था। एसपी का कहना है कि छापेमारी के दौरान आरोपियों के कब्जे से 166 फर्जी आधार कार्ड, 5 पैन कार्ड, 128 एटीएम कार्ड, 66 मोबाइल फोन, 99 सिम, 5 पीओएस मशीन, 3 लैपटॉप इत्यादि बरामद किए थे।

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